जम्मू-कश्मीर बैंक अपनी गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) में कमी लाने के मकसद से कर्ज नहीं चुकाने वालों के लिए एक और एकमुश्त निपटान योजना (ओटीएस) शुरू करेगा। बैंक के सीईओ और प्रबंध निदेशक बलदेव प्रकाश ने यह जानकारी दी। प्रकाश ने पीटीआई-से कहा कि जम्मू-कश्मीर बैंक पहले से ही ऋण वसूली के प्रति मानवीय नजरिया अपना रहा है। उन्होंने कहा, हम ऐसा कानून के दायरे में कर रहे हैं। हमने कर्ज नहीं चुकाने वालों के लिए पहले ही दो ओटीएस योजनाएं दी हैं और इनसे बड़ी संख्या में लोगों को फायदा मिला।
उन्होंने कहा, हम बहुत जल्द एक और ओटीएस शुरू करेंगे जो कम से कम तीन महीने तक लागू रहेगा। लोगों (कर्ज न चुकाने वाले) से मेरी अपील है कि वे इस योजना का लाभ उठाएं और अपना बकाया चुकाएं। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा था कि सार्वजनिक और निजी, दोनों बैंकों को यह निर्देश दिया गया है कि कर्ज वसूली के लिए कठोर कदम नहीं उठाए जाने चाहिए और उन्हें ऐसे मामलों को संवेदनशीलता के साथ संभालना चाहिए।