चीनी अरबपति और अलीबाबा ग्रुप के सह संस्थापक जैक मा अचानक पाकिस्तान के दौरे पर चले गए हैं। जिसके बाद से ही पाकिस्तान में इसको लेकर हलचल बढ़ गई है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट के पूर्व अध्यक्ष मुहम्मद अजफर अहसन ने जैक मा के पाकिस्तान यात्रा के बारे में पुष्टि की है। जैक मा सरकारी अधिकारियों और मीडियाकर्मियों से बातचीत करने से बचते रहे। रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी अरबपति 29 जून को लाहौर पहुंचे और 23 घंटे तक वहां रहे।
बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट (बीओआई) के पूर्व अध्यक्ष, मुहम्मद अजफर अहसन ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि जैक मा की यात्रा गोपनीय थी और उम्मीद है कि यह जल्द ही पाकिस्तान के लिए "सकारात्मक परिणाम" देगा। उन्होंने बताया कि जैक मा के साथ सात व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी था जिसमें पांच चीनी नागरिक, एक डेनिश और एक अमेरिकी नागरिक शामिल थे। ऐसी अटकलें थीं कि जैक मा और उनकी टीम नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में व्यापार के अवसर तलाश रही है,लेकिन आधिकारिक पुष्टि की प्रतीक्षा है।
विशेष रूप से, जैक मा अब चीनी फिनटेक दिग्गज एंट ग्रुप को नियंत्रित नहीं करते हैं - क्योंकि फर्म के शेयरधारकों ने इस साल की शुरुआत में समायोजन की एक श्रृंखला लागू की थी। जैक मा के साथ सात व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी था, जिसमें पांच चीनी नागरिक एक डेनिश व्यक्ति और एक अमेरिकी नागरिक शामिल थे।