बाढ़ के बढ़ते खतरे के बीच एक बिजली संयंत्र की सुरक्षा करने में जुटे, पानी अंदर गया तो...
इस बिजली स्टेशन को कहीं से भी कोई नुकसान न पहुंचे।
पाकिस्तान (Pakistan) में अधिकारी इन दिनों बाढ़ के बढ़ते खतरे के बीच एक बिजली संयंत्र (Power Station) की सुरक्षा करने में जुटे हुए हैं क्योंकि यहां से लाखों की संख्या में लोगों को बिजली की आपूर्ति कराई जाती है। संबंधित अधिकारियों ने सोमवार को कहा, इसके सामने एक लंबी सी शक्तिशाली दीवार बनाने का काम चल रहा है।
इस साल मानसून के दौरान हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश और उत्तरी हिस्से में स्थित पर्वतीय इलाके में ग्लेशियर्स के पिघलने से पाकिस्तान के करीब 33 मिलियन लोग प्रभावित हुए हैं। इनकी चपेट में आकर लगभग 1,400 लोगों की मौतें हुई हैं और इसके अलावा, घरों, सड़कों, रेलवे, फसलों और गोदाम में रखे अनाजों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
इस दुर्दशा के लिए यहां की सरकार और संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guteres) दोनों ने ही जलवायु में आए अत्यधिक बदलाव को दोषी ठहराया है जिसने 220 मिलयिन की आबादी वाले राष्ट्र के करीब एक तिहाई हिस्से को जलमग्न कर दिया है।
इस वजह से अहम है यह Power Station
मालूम हो कि देश के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक सिंध (Sindh) के दक्षिणी प्रांत के दादू जिले (Dadu) में स्थित बिजली संयंत्र के माध्यम से छह प्रांतीय जिलों को बिजली की आपूर्ति कराई जाती है।
बाढ़ के बढ़ते खतरे के बीच कहीं स्टेशन को नुकसान न पहुंचे इस डर से देश के जवान बिजली संयंत्र के सामने बने एक बड़ी सी मजबूत दीवार बनाने के काम में जुटे हुए हैं। रविवार को इनकी एक टीम ने साइट का दौरा भी किया।
पीएम शहबाज पहले ही दे चुके हैं चेतावनी
जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी सैयद मुर्तजा अली शाह ने समाचार एजेंसी रायटर्स को बताया, बाढ़ होने की स्थिति में बिजली संयंत्र की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कार्य पूरे कर लिए गए हैं।
बता दें कि यह कदम प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) के दिए उस आदेश के बाद उठाया गया जिसमें यह सुनिश्चित करने की बात कही गई थी कि बाढ़ से 500kV के इस बिजली स्टेशन को कहीं से भी कोई नुकसान न पहुंचे।