पंजाब के उप चुनाव में इमरान खान की पार्टी ने नवाज शरीफ की सूपड़ा साफ कर दिया
जावेद बाजवा को बड़ा झटका लगा है जिनके इशारे पर इमरान खान को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में करो या मरो की जंग बने पंजाब प्रांत के उप चुनाव में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल एन का सूपड़ा साफ कर दिया। अनाधिकारिक नतीजों के मुताबिक उपचुनाव की 20 सीटों में से 15 पर पीटीआई के उम्मीदवारों को बंपर जीत मिली है। इसके साथ ही 'मिनी पाकिस्तान' कहे जाने वाले पंजाब प्रांत में एक बार फिर से इमरान खान की पार्टी के सत्ता में आने का रास्ता साफ हो गया है। विश्लेषकों का कहना है कि इस चुनावी जंग से यह भी साबित हो गया कि इमरान खान शरीफ परिवार से लोकप्रियता की जंग में जीत गए हैं।
चुनावी विश्लेषकों का इससे पाकिस्तान में अब जल्द ही आम चुनाव हो सकते हैं और इमरान खान फिर से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने सकते हैं। इमरान खान भी इसी रास्ते पर बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, यह शहबाज शरीफ सरकार और उनकी पार्टी के लिए एक जनमत संग्रह की तरह से था। इस जनमत संग्रह में इमरान खान ने स्पष्ट रूप से शहबाज सरकार जीत दर्ज की है। इन नतीजों से न केवल पंजाब में पीटीआई की सरकार बनने जा रही है, बल्कि केंद्र में पीएम शहबाज शरीफ की सरकार का भविष्य भी तय होगा।
इमरान खान की पार्टी का अब खैबर पख्तूनख्वा के साथ पंजाब में भी राज
पंजाब प्रांत में इस जीत से अब इमरान खान की पार्टी खैबर पख्तूनख्वा के साथ पंजाब प्रांत में भी राज करेगी। इससे वह अब शहबाज शरीफ को जल्द चुनाव कराने के लिए बाध्य कर देगी। अगर शहबाज शरीफ सरकार जल्द चुनाव कराने की इमरान खान की बात नहीं मानती है तो वह पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की विधानसभाओं को भंग कर सकते हैं। इससे शहबाज सरकार देश में चुनाव कराने को बाध्य हो जाएगी। पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार खुर्रम हुसैन कहते हैं कि इमरान खान सही मायने में पाकिस्तान के लोकप्रिय नेता बनकर उभरे हैं और उन्हें जमीनी स्तर पर समर्थन हासिल है।
पत्रकार मेहरीन जेहरा मलिक लिखती हैं, 'शहबाज शरीफ के लिए अगला आम चुनाव बहुत कठिन होने जा रहा है।' टीवी एंकर मुबशिर जैदी लिखते हैं कि नवाज शरीफ की पार्टी को हार स्वीकार करके सम्मानित तरीके से सरकार को सौंप देना चाहिए। न्यूयार्क टाइम्स के पत्रकार सलमान मसूद लिखते हैं, 'पीटीआई ने पीएमएल एन को अपने जोरदार प्रचार से पराजित कर दिया। यह वोट पाकिस्तानी सेना को खारिज करता है। साथ ही तेल की बढ़ती कीमतों, महंगाई और बिजली संकट के खिलाफ जनता की प्रतिक्रिया है।'
इमरान ने चुनाव कराने की मांग की, बाजवा को बड़ा झटका
उधर, इस जीत से उत्साहित इमरान खान ने जल्द से जल्द चुनाव कराने की मांग की है। जोरदार जीत से उत्साहित इमरान खान ने ट्वीट करके कहा कि अब यहां से आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका एक विश्वसनीय चुनाव आयोग के तहत स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना है। पीटीआई नेता ने साथ ही चेतावनी भी दी कि 'कोई और रास्ता ज्यादा राजनीतिक अनिश्चितता, तथा और ज्यादा आर्थिक संकट पैदा करेगा।' इस बीच नवाज शरीफ की पार्टी ने अपनी हार को स्वीकार कर लिया है। उधर, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को बड़ा झटका लगा है जिनके इशारे पर इमरान खान को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था।