चीन की सोशल मीडिया से गायब हू जिंताओ का नाम, जिनपिंग की मीटिंग में हुई थी भारी बेइज्जती
आराम के लिए हॉल के पास एक कमरे में लेकर गया। अब वह बेहतर महसूस कर रहे हैं।'
बीजिंग : चीन के पूर्व राष्ट्रपति की शनिवार को पार्टी कांग्रेस में भारी बेइज्जती हुई। अब उनका नाम देश में इंटरनेट से भी हटा दिया गया है ताकि लोग उस घटना को याद न रखें। यह चीन में सोशल मीडिया पर लगे सेंसर और शी जिनपिंग की ताकत को दिखाता है। बीजिंग में शनिवार को सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की नेशनल कांग्रेस का आखिरी दिन था। इस दौरान एक घटना ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। मीटिंग में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ठीक बगल में बैठे हू जिंताओ को पकड़कर हॉल से बाहर कर दिया गया। अधिकारियों ने पूर्व राष्ट्रपति का हाथ पकड़ा और उन्हें जबरन बाहर ले गए।
हॉल से बाहर जाते हुए वह बेहद हैरान और स्थिति से अनजान नजर आए। उन्हें बाहर किए जाने को लेकर कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है। लेकिन चीन की सरकारी मीडिया का दावा है कि वह 'अस्वस्थ' महसूस कर रहे थे। द सन की खबर के अनुसार, हू जिंताओ का नाम चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो से भी हटा दिया गया है। चीन में ट्विटर की जगह वीबो का इस्तेमाल किया जाता है जो बेहद सीमित और भारी सेंसर वाली रिपोर्ट्स को ही जगह देता है।
क्या वाकई बीमार थे हू जिंताओ?
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, सोशल मीडिया पर जिंताओ का नाम सर्च करने पर शनिवार से पहले की पोस्ट नजर आ रही हैं। जिंताओ को करीब 2000 सदस्यों के सामने बाहर कर दिया गया जिसकी सफाई बाद में सरकारी मीडिया की ओर से आई। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने कहा कि जिंताओ को स्टेज से बाहर इसलिए कर दिया गया क्योंकि वह 'अस्वस्थ्य' महसूस कर रहे थे। रिपोर्ट में कहा गया, 'सत्र के दौरान जब उन्हें अस्वस्थ्य महसूस हुआ तब उनका हेल्थ स्टाफ उन्हें आराम के लिए हॉल के पास एक कमरे में लेकर गया। अब वह बेहतर महसूस कर रहे हैं।'