हौथी हमलों के बाद स्वेज नहर के माध्यम से माल ढुलाई आधी हुई
लंदन: यमन के हौथी विद्रोहियों ने जब से लाल सागर में मालवाहक जहाजों पर हमले शुरू किए हैं, उसके बाद से स्वेज नहर से माल ढुलाई लगभग आधी हो गई है। स्काई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रमुख शिपिंग लेन एशिया-प्रशांत क्षेत्र और पश्चिमी बाजारों में उत्पादकों को जोड़ती है और लंबे, वैकल्पिक रास्तों के …
लंदन: यमन के हौथी विद्रोहियों ने जब से लाल सागर में मालवाहक जहाजों पर हमले शुरू किए हैं, उसके बाद से स्वेज नहर से माल ढुलाई लगभग आधी हो गई है। स्काई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रमुख शिपिंग लेन एशिया-प्रशांत क्षेत्र और पश्चिमी बाजारों में उत्पादकों को जोड़ती है और लंबे, वैकल्पिक रास्तों के कारण देरी और लागत में वृद्धि हुई है।
स्काई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, यूनाइटेड नेशन कॉन्फ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डेवलपमेंट (यूएनसीटीएडी) ने कहा कि पिछले दो महीनों में नहर का उपयोग करने वाले जहाजों की संख्या में 39 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिससे माल ढुलाई टन भार में 45 प्रतिशत की गिरावट आई है। एजेंसी के व्यापार लॉजिस्टिक्स प्रमुख जैन हॉफमन ने कहा कि तीन प्रमुख वैश्विक व्यापार मार्ग बाधित हो गए हैं — रूस का यूक्रेन पर हमला करने के बाद काला सागर का मार्ग, सूखे के कारण कम जल स्तर के चलते पनामा कनाल और अब सुएज कनाल।
उन्होंने कहा, "हम बहुत चिंतित हैं। हम देरी, उच्च लागत, उच्च ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन देख रहे हैं। प्रदूषण बढ़ रहा है क्योंकि जहाज लंबे रास्ते चुन रहे हैं और चक्कर की भरपाई के लिए तेजी से यात्रा भी कर रहे हैं। स्वेज नहर वैश्विक व्यापार का 12-15 प्रतिशत और कंटेनर यातायात का 25-30 प्रतिशत संभालती है। दिसंबर की शुरुआत से लेकर 19 जनवरी तक के सप्ताह में नहर के माध्यम से कंटेनर शिपमेंट में 82 प्रतिशत की गिरावट आई है।
जैन हॉफमन ने आगे कहा कि खाद्य कीमतों पर असर पड़ सकता है। यूक्रेन में युद्ध के बाद देखी गई लगभग आधी वृद्धि उच्च परिवहन लागत के कारण हुई, हालांकि विकसित देशों में उपभोक्ताओं को इसका असर देखने में कुछ समय लग सकता है।