क्रेडिट कार्ड, लोन व सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के नाम पर अमेरिका में बुजुर्गों से ठगी, भारतीय गिरफ्तार
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अमेरिका के संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने बुजुर्गों को ठगने के आरोप में वर्जीनिया में भारतीय युवक 24 वर्षीय अनिरुद्ध कालकोटे को गिरफ्तार किया है। उसे शुक्रवार को ह्यूस्टन की जिला अदालत में पेश किया गया। कालकोट पर साजिश व धोखाधड़ी सहित कुल 12 आरोप लगाए हैं। मामले में सुमित कुमार सिंह, हिमांशु कुमार और एमडी हसीब को पहले ही दोषी ठहराया जा चुका है।
इसके अलावा, 2020 में गिरफ्तार एमडी आजाद के खिलाफ सुनवाई जारी है। सभी आरोपी भारतीय नागरिक हैं और ह्यूस्टन में अवैध रूप से रहते थे। आरोपपत्र में दावा किया है, एक ही शख्स को कई-कई बार पीड़ित करने के भी मामले मिले हैं। दोष सिद्ध होने पर आरोपियों को 20 साल कैद और 250,000 डॉलर के जुर्माने की सजा हो सकती है।
कहानी बनाते...डराते...फिर लूटते
आरोपियों से पूछताछ में पता चला, वे पीड़ितों को विभिन्न तरीकों से धोखा देते थे, फिर वेस्टर्न यूनियन व मनीग्राम या गिफ्ट कार्ड, फेडएक्स से नकदी मांगते थे। ब़ुजुर्गों को क्रेडिट कार्ड, कर्ज या सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के नाम पर ठगा जाता था। आरोपी बुजुर्गों को फोन करते थे कि उनके क्रेडिट कार्ड से किसी ने रकम निकाल ली, या ऐसी ही कहानी बनाते, जिससे बुजुर्ग हड़बड़ी में डरकर धोखे का शिकार बन जाते।
ठगों के पास कैसी पहुंचीं सारी जानकारियां
संघीय अभियोजक ने वित्तीय डेटा की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा, हैरत है कि ठगों के पास बुजुर्गों के फोन नंबर, क्रेडिट कार्ड व लोन हिस्ट्री से जुड़ी जानकारियां थीं, जिससे शक की गुंजाइश बहुत कम बचती है। उन्हें यह जानकारियां कहां से हासिल हुईं, यह बड़ा सवाल है, इसकी अलग से जांच की जा रही है।