बेटे के बाद हो गई बेटी की कोरोना से मौत, लाचार पिता ठेले पर लादकर ले गया शव

गोपालगंज में सिस्टम का दोष एक बार फिर सामने आया है.

Update: 2021-06-13 18:32 GMT

गोपालगज. गोपालगंज में सिस्टम का दोष एक बार फिर सामने आया है. यहां पर एक गरीब लाचार और बेबस पिता अपनी बेटी के शव को ठेले पर लादकर ले जाता दिखा है. कई किलोमीटर चलने के बाद पिता ने अपनी बेटी के शव का अंतिम संस्कार किया गया. मामला बरौली के वार्ड नंबर 6 का है. इसके पहले उसके 14 वर्षीय बेटे की भी मौत हो गई थी.

पीड़ित पिता का नाम परशुराम प्रसाद है. वे बरौली नगर पंचायत के वार्ड नंबर 6 में किराए के मकान में रहते हैं. परशुराम प्रसाद सिवान के मैरवा के रहने वाले हैं और बरौली में रहकर शादी समारोह में लोगों के घरों में जाकर खाना बनाने का काम करते हैं. बताया जाता है कि परशुराम प्रसाद की 17 वर्षीय बेटी काजल कुमारी कई दिनों से बुखार से पीड़ित थी. जिसे गंभीर हालत में रविवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था, लेकिन यहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मौत के बाद परिजन शव को वापस बरौली ले गए, लेकिन पीड़ित पिता के पास अपनी बेटी के अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं थे. जिसके बाद स्थानीय लोगों और पत्रकारों की मदद से चंदा इकट्ठा कर पैसे का जुगाड़ किया गया. फिर पीड़ित का पिता ठेले पर लादकर अपनी बेटी के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गया.
स्थानीय लोगों के मुताबिक परशुराम प्रसाद के 14 वर्षीय बेटे मनीष कुमार की भी बीमारी से मौत हो गई थी. बताया जाता है कि उसकी मौत भी कोरोना संक्रमण से बीते 8 जून को हो गई थी. उनके बेटे को बुखार हुआ था और इसके बाद उसकी मौत हो गई. रविवार को उनकी बेटी की इलाज के दौरान मौत हो गई. स्थानीय चिकित्सकों के मुताबिक मृतका काजल कुमारी का ऑक्सीजन लेवल 62 था. जिसकी वजह से दम घुटने से मौत हुई है. बहरहाल सिस्टम का दोष सबके सामने है. लाचार पिता ठेले पर लादकर अपने बेटे के शव को अंतिम संस्कार के लेकर चला गया. सिस्टम और स्थानीय जनप्रतिनिधि सिर्फ मूकदर्शक बने रहे.


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