बीजिंग । चीन के दक्षिणी ग्वांग्झू महानगर ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए करीब 2,50,000 लोगों के लिए पृथक वास सुविधाएं बनाने की योजनाओं की घोषणा की। यह घोषणा ऐसे वक्त में की गई है जब राष्ट्रीय सरकार महामारी रोधी उपायों के असर को कम करने की कोशिश कर रही है जिसके कारण लाखों लोग अपने घरों में कैद हैं। करीब 1.3 करोड़ की आबादी वाले ग्वांग्झू शहर में अक्टूबर की शुरुआत से महामारी फैलना शुरू हुई और पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 9,680 नए मामले दर्ज किए गए हैं। यह देशभर में कोविड-19 के 23,276 मामलों का करीब 40 प्रतिशत है। चीन में संक्रमण के मामलों की संख्या अमेरिका तथा अन्य प्रमुख देशों के मुकाबले कम है लेकिन सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी हर मरीज को पृथक करने की कोशिश कर रही है। बार-बार इलाकों, स्कूलों तथा कारोबारों पर पाबंदियां लगाने से लोगों का गुस्सा भड़क रहा है और उनकी स्वास्थ्य कर्मियों से झड़प हो रही है।
एक स्थानीय अखबार की खबर के मुताबिक शहर के एक अधिकारी वांग बाओसेन ने कहा कि ग्वांग्झू में महामारी की स्थिति अब भी बहुत गंभीर है। सरकार ने बताया कि ग्वांग्झू में प्राधिकारियों ने शहर के 95,300 लोगों को हैझू जिले के पृथक केंद्रों या अस्पताल में इलाज के लिए भेजा है। सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो के अनुसार ग्वांग्झू में गुस्साए निवासियों को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लगाए अवरोधकों को हटाते हुए देखा गया।
शहर की सरकार ने ऐलान किया कि ग्वांग्झू में 2,46,407 बिस्तर और लगाए जाएंगे जिनमें 1,32,015 अस्पताल के पृथक वार्डों में होंगे तथा 1,14,392 बिस्तर उन लोगों के लिए हैं जो संक्रमित हैं लेकिन उनमें बीमारी के लक्षण नहीं हैं। कम्युनिस्ट पार्टी ने पिछले सप्ताह पृथक वास की अवधि घटाकर तथा अन्य नियमों में बदलाव कर कोविड-19 रोधी उपायों को कम करने का वादा किया था। बहरहाल, पार्टी के नेताओं ने कहा कि वे ऐसे वक्त में 'शून्य कोविड' नीति पर अड़े रहेंगे जब अन्य देश पाबंदियों में ढील दे रहे हैं तथा वायरस के साथ ही रहने की कोशिश कर रहे हैं।
जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।