SCO से लौटने के बाद पहली बार दिखे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग मंगलवार को SCO समिट से लौटने के बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आए हैं। चीन के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक सितंबर के मध्य में उज्बेकिस्तान से लौटे शी जिनपिंग पहली बार नजर आए हैं।

Update: 2022-09-28 00:50 GMT

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग मंगलवार को SCO समिट से लौटने के बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आए हैं। चीन के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक सितंबर के मध्य में उज्बेकिस्तान से लौटे शी जिनपिंग पहली बार नजर आए हैं। अगले महीने कम्युनिस्ट पार्टी की मीटिंग होने वाली है, जिसमें शी जिनपिंग को लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति चुना जाएगा। इसके अलावा वह पीएलए के अध्यक्ष भी बने रहेंगे। कहा जा रहा है कि शी जिनपिंग को माओत्से तुंग के बाद सबसे महान नेता का दर्जा दिया जाएगा। इससे साफ है कि शी जिनपिंग चीन में बेहद कद्दावर नेता बन गए हैं और लंबे समय तक उनका शासन बना रह सकता है।

बता दें कि शी जिनपिंग के उज्बेकिस्तान से लौटने के बाद ऐसी अफवाहें फैल गई थीं कि उन्हें पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने नजरबंद कर लिया है। यह अफवाहें बहुत तेजी से फैली थीं, लेकिन बाद में पता चला कि विदेश दौरे से आने के बाद वह होम क्वारेंटाइन हो गए थे। कुछ ट्वीट्स में यह भी दावा किया गया था कि बीजिंग और आसपास के शहरों में उड़ानें कम हो गई हैं। एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें पीएलए की गाड़ियां गुजरती दिख रही थीं। उस वीडियो को लेकर कहा गया था कि चीन की सेना बीजिंग की ओर बढ़ रही है।

हालांकि ऐसे तमाम दावे गलत ही साबित हुए थे। बता दें कि शी जिनपिंग ने उज्बेकिस्तान में आयोजित एससीओ की मीटिंग में हिस्सा लिया था। इसमें भारत के पीएम नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत कई राष्ट्राध्यक्ष मौजूद थे। लेकिन लौटने के तुरंत बाद ऐसी चर्चाएं शुरू हो गई थीं कि क्या उन्हें नजरबंद कर लिया गया है। इसकी वजह यह थी कि वापसी के बाद वह नजर नहीं आए थे। बाद में पता चला कि वह कोरोना से निपटने की जीरो कोविड पॉलिसी के तहत होम क्वारेंटाइन हो गए थे। अब शायद वह पीरियड पूरा हो गया है, इसलिए अब बाहर निकले हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो में अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा से मंगलवार को मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए टोक्यो पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने शिंजो आबे को याद किया। इस मौके पर मोदी ने किशिदा से कहा कि मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में भारत-जापान के संबंध और प्रगाढ़ होंगे और नई ऊंचाई हासिल करेंगे। वहीं, किशिदा ने आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में आने को लेकर मोदी का आभार व्यक्त किया।

आबे के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध रखने वाले मोदी ने कहा कि मैं पूर्व प्रधानमंत्री आबे के आकस्मिक निधन से बेहद दुखी हूं..उन्होंने भारत-जापान संबंधों को एक ऊंचे मुकाम पर पहुंचाया और कई क्षेत्रों में संबंधों का विस्तार भी किया। मोदी ने अपनी पिछली जापान यात्रा को याद करते हुए कहा कि उस दौरान उनकी आबे के साथ लंबी बातचीत की थी। उन्होंने कहा कि भारत आपको याद कर रहा है शिंजो आबे। गौरतलब है कि आबे (67) की आठ जुलाई को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह दक्षिणी जापानी शहर नारा में चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

किशिदा के साथ मुलाकात के दौरान मोदी ने द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने के साथ-साथ एक मुक्त, खुले व समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए आबे के योगदान को याद किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और जापान की विशेष रणनीतिक व वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने और क्षेत्र में तथा विभिन्न अंतरराष्ट्रीय समूहों व संस्थानों में एक साथ काम करने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री किशिदा के साथ सार्थक बैठक की। कई द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की। पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निधन पर संवेदना भी व्यक्त की।

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