संयुक्त राष्ट्र । संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस-यूक्रेन संघर्ष पर स्पेशल सत्र का आयोजन किया गया था। सभी देश यूक्रेन में शांति कैसे कायम हो, इसको लेकर मंथन कर रहे थे। भारत अपने स्टैंड पर कायम रहा। हालांकि, वोटिंग से खुद को अलग रखा। वहीं, पाकिस्तान पहले की तरह इस बैठक में भी कश्मीर राग अलापने लगा। जम्मू-कश्मीर का जिक्र करने पर भारत ने पाकिस्तान को खूब लताड़ा। भारत ने पाकिस्तान के इस उकसावे को अफसोसजनक और गलत जगह की गई बात करार दिया। इसके अलावा आतंकवादियों को पनाहगाह मुहैया कराने के पाकिस्तान के पिछले रिकॉर्ड का भी जिक्र किया।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में काउंसलर प्रतीक माथुर ने कहा कि मैं आज इस मंच पर कहना चाहता हूं कि भारत इस बार पाकिस्तान के दुष्ट उकसावे का जवाब नहीं देने का विकल्प चुनता है। हमारी पाकिस्तान के प्रतिनिधि को सलाह है कि उत्तर के अधिकार के तहत हमारे द्वारा अतीत में दिए कई जवाबों को देखें। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के दूत मुनीर अकरम ने आपातकालीन विशेष सत्र के दौरान यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में मतदान के दौरान अपनी बात करते हुए जम्मू-कश्मीर का जिक्र किया, जिसके बाद माथुर ने बृहस्पतिवार को उत्तर देने के अधिकार का इस्तेमाल किया। माथुर ने कहा कि पाकिस्तान को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए, जिसका आतंकवादियों को पनाह देने का पुराना रिकॉर्ड रहा है और वह बेधड़क ऐसा करता है। दो दिन की गहन वार्ता के बाद हम सभी इस बात पर सहमत हुए हैं कि शांति के मार्ग पर चलकर ही संघर्ष की स्थिति से निपटा जा सकता है। ऐसे में यह गलत समय पर की गई बात है।
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