सरकार के बाद अब दुनिया भी श्रीलंका से काट रही कन्नी, सामने आया चौंकाने वाला कदम
श्रीलंका में राजनीतिक और आर्थिक अशांति के बीच विरोध प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं और तेज हो गई हैं. इसे देखते हुए यूएई की फ्लाईदुबई ने दक्षिण एशियाई देश के लिए अपनी सभी फ्लाइटों को निलंबित कर दिया है.
श्रीलंका में राजनीतिक और आर्थिक अशांति के बीच विरोध प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं और तेज हो गई हैं. इसे देखते हुए यूएई की फ्लाईदुबई ने दक्षिण एशियाई देश के लिए अपनी सभी फ्लाइटों को निलंबित कर दिया है. एयरलाइंस के एक बयान के मुताबिक जिन यात्रियों ने टिकट बुक कराया था, उनके पैसे वापस कर दिए जाएंगे. खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाईदुबई के प्रवक्ता ने सोमवार को एक बयान में कहा, 'दुबई और कोलंबो हवाई अड्डे (सीएमबी) के बीच फ्लाईदुबई की उड़ानें 10 जुलाई से अगली सूचना तक निलंबित कर दी गई हैं. हम श्रीलंका के स्थिति की बारीकी से निगरानी करना जारी रखेंगे.'
कोलंबो के लिए फ्लाइट निलंबित
हालांकि, अबू धाबी स्थित एतिहाद एयरवेज ने कहा कि कोलंबो के लिए उसकी उड़ानें निर्धारित समय के अनुसार चल रही हैं और एयरवेज श्रीलंका में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है. एतिहाद एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा कि अबू धाबी और कोलंबो के बीच एतिहाद एयरवेज यात्री सेवाएं वर्तमान में सामान्य रूप से चल रही हैं. 14 जुलाई से, कोलंबो से अबू धाबी के लिए चुनिंदा वापसी सेवाएं कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ईंधन भरने के लिए एक छोटा स्टॉपेज बनाएगी. एतिहाद श्रीलंका में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है.
श्रीलंका न जाने की सलाह
इससे पहले, श्रीलंका में संयुक्त अरब अमीरात के दूतावास ने एक सलाह में अपने नागरिकों से कहा कि वे द्वीप श्रीलंका की यात्रा न करें और उन क्षेत्रों से दूर रहें जहां प्रदर्शन हो रहे हैं. इसमें कहा गया है कि मौजूदा परिस्थितियों के कारण, कोलंबो में यूएई दूतावास श्रीलंका में नागरिकों से सावधानी बरतने और प्रदर्शन क्षेत्रों से दूर रहने और आपातकालीन मामलों में दूतावास से संपर्क करने का आह्वान करता है ... यह भी सिफारिश करता है कि नागरिक श्रीलंका की यात्रा की प्लानिंग कर रहें हैं तो इसे स्थगित कर दें.
बद से बदतर हुए श्रीलंका के हालात
बता दें कि श्रीलंका में बिगड़ती आर्थिक स्थिति ने तनाव को बढ़ा दिया है. पिछले कुछ हफ्तों में, ईंधन स्टेशनों पर व्यक्तियों और पुलिस बल के सदस्यों और सशस्त्र बलों के बीच कई टकराव की खबरें आई हैं. 1948 में आजादी मिलने के बाद से श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है.