रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अब तक 10 आलोचकों की मौत, कोई खिड़की से गिरा तो कोई फांसी पर झूला
27 फरवरी को इस कंपनी पर यूरोपियन यूनियन (EU) की तरफ से प्रतिबंध लगा दिए गए थे।
मॉस्को: 24 फरवरी को जब से रूस और यूक्रेन की जंग शुरू हुई है तब से लेकर अब तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के 10 आलोचकों की रहस्यमय हालत में मौत हो चुकी है। हाल ही में भारत के ओडिशा राज्य में रूसी बिजनेस टायकून पावेल एंतोव की लाश एक होटल में मिलने से सनसनी मच गई। एंतोव सॉसेज टायकून थे और अपने 65वें बर्थडे के मौके पर भारत में मौजूद थे। ओडिशा के रायगढ़ स्थित एक फाइव स्टार होटल की खिड़की से गिरकर हुई मौत कई तरह के सवाल खड़े कर रही है। पूर्वी मॉस्को की व्लादिमीर सिटी में एंतोव एक जाना-माना नाम थे। उन्होंने पुतिन के यूक्रेन हमले का विरोध किया था। उन्होंने मीट कंपनी व्लादिमीर स्टैंडर्ड की शुरुआत की थी। एंतोव की मौत कई तरह के सवाल खड़ी कर रही है। उनसे पहले कई प्रतिष्ठित रूसी नागरिकों की रहस्यमय मौत पुतिन को सवालों के घेरे में खड़ा कर रही है।
क्या थी एंतोव की गलती
जून में एंतोव ने यूक्रेन पर मिसाइल हमले का विरोध अपनी तरह से किया था। व्हाट्सएप पर भेजे गए मैसेज में एंतोव ने विरोध जताया था। यूक्रेन की राजधानी कीव के तहत शेवचेनकिवस्की जिले पर हुए मिसाइल हमले में सात सात की बच्ची और उसकी मां घायल हो गए थे। वहीं एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जिसे उस बच्ची का पिता माना गया था। हमले से दुखी एंतोव ने लिखा था, 'एक बच्ची को मलबे से निकाल लिया गया है। ऐसा लगता है कि बच्ची के पिता की मौत हो गई है। उसकी मां को क्रेन से निकाला गया था। वह एक पत्थर के नीचे दबी थी।' इसके बाद उन्होंने लिखा, 'सच कहूं तो यह इसे आतंकवाद के अलावा कुछ और कहना बहुत मुश्किल है।'
सबसे अमीर सांसद
कहा जा रहा है कि एंतोव छत से कूद गए थे लेकिन रूसी अधिकारियों की मानें तो वह खिड़की से गिर गए थे। एंतोव को साल 2019 में रूस के सबसे अमीर सांसद थे। उनकी मौत से पहले उनके दोस्त व्लादिमीर बुदानोव की लाश भी उसी होटल से मिली थी।बताया जा रहा है कि बुदानोव की मौत स्ट्रोक की वजह से हुई थी। एंतोव, कृषि नीति और पर्यावरण बनी कमेटी के मुखिया भी थे। एंतोव के व्हाट्सएप मैसेज के यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान का विरोध माना गया था। हालांकि उन्होंने कहा था कि यह मैसेज गलती से उनके मैनेजर ने पोस्ट कर दिया था।
खुद को मारी गोली
एंतोव के अलावा 52 साल के पावेल चेलनिकोव की लाश भी मॉस्को में उनके अपार्टमेंट में मिली थी। उनकी मौत गोली लगने से हुई थी। रूसी मीडिया का दावा था कि चेलनिकोव ने खुद को गोली मार ली थी। चेलनिकोव सरकारी रेल कंपनी में ऑफिसर थे। मौत के कुछ ही दिनों पहले उन्होंने अपने परिवार के साथ छुट्टी की फोटोग्राफ शेयर की थी। ऐसे में जब उनकी खुदकुशी की खबर आई तो हर कोई हैरान रह गया। कहा गया कि रूस की रेलवे पर पुतिन सरकार का काफी दबाव था। रूसी मीडिया के मुताबिक रेलवे यूक्रेनी हैकर्स से अपना बचाव नहीं कर सकी और ऐसे में इसे अपना नेटवर्क बंद करना पड़ गया था। इसके वजह से जंग के समय होने वाली जरूरी सामान की सप्लाई पर खासा असर पड़ा था। 27 फरवरी को इस कंपनी पर यूरोपियन यूनियन (EU) की तरफ से प्रतिबंध लगा दिए गए थे।