उत्तराखंड जल विद्युत निगम का अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी

ऋषिकेश: पछुवादून में उत्तराखंड जल विद्युत निगम का अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी है. एक माह पूर्व शक्ति नहर किनारे बसी अवैध बस्ती को ध्वस्त करने के बाद अब एक बार फिर अवैध अतिक्रमण पर पीला पंजा गरजने लगा है.  यूजेवीएनएल ने कुंजा ग्रांट गांव में भारी विरोध के बीच अपनी जमीन में अवैध …

Update: 2024-01-27 03:28 GMT

ऋषिकेश: पछुवादून में उत्तराखंड जल विद्युत निगम का अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी है. एक माह पूर्व शक्ति नहर किनारे बसी अवैध बस्ती को ध्वस्त करने के बाद अब एक बार फिर अवैध अतिक्रमण पर पीला पंजा गरजने लगा है. यूजेवीएनएल ने कुंजा ग्रांट गांव में भारी विरोध के बीच अपनी जमीन में अवैध तौर पर बोई गई गेहूं की फसल पर बुलडोजर चलवा कर 40 बीघा जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया.

शक्तिनहर किनारे और उसके आसपास यूजेवीएनएल की जमीन पर लोग बड़े पैमाने पर अवैध खेती कर रहे हैं. इन खेतों को खाली करने के लिए तीन माह पूर्व ही नोटिस जारी कर दिए गए थे, बावजूद इसके लोगों ने गेहूं की बुवाई कर दी थी. लोगों के कब्जा नहीं हटाने पर सुबह से ही खेतों में प्रशासन का पीला पंजा दहाड़ने लग गया था. हालांकि कुछ लोगों विरोध करना शुरु किया, लेकिन प्रशासन के आगे वो बेबस नजर आए. अधिकांश लोगों ने गेहूं की फसल पकने तक की मोहलत भी मांगी, लेकिन प्रशासन ने किसी भी तरह की मोहलत नहीं दी. मौके पर मौजूद यूजेवीएनएल कर्मियों ने बताया कि शक्ति नहर किनारे खाली कराई गई जमीन पर सोलर प्लांट लगना शुरू हो गया है. कब्जाधारकों को तीन माह पूर्व ही खेतों से कब्जा हटाने के नोटिस थमा दिए गए थे, बावजूद इसके लोगों ने गेहूं की फसल की बुवाई कर दी थी, अब यूजेवीएनएल अपनी पूरी जमीन को कब्जा मुक्त करा रहा है. अभी मेगावाट उत्पादन हो रहा सोलर प्लांट से शक्तिनहर किनारे करीब सात साल पहले कांग्रेस शासनकाल में लगे सोलर प्लांट से मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है. अभी तक सबसे बड़ा सोलर प्लांट डाकपत्थर में लगा हुआ है.

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