अयोध्या में रामोत्सव को लेकर गोंडा में शुरू हुई तैयारी, जानिए प्रशासन का प्लान
अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी चल रही है। ऐसे में गोंडा से सटा होने के कारण प्रशासन ने यहां भी तैयारी शुरू कर दी है। अतिथियों के स्वागत में गोनार्द को सजाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए अयोध्या से जुड़ने वाले सभी मार्गों पर विशेष स्वच्छता अभियान …
अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी चल रही है। ऐसे में गोंडा से सटा होने के कारण प्रशासन ने यहां भी तैयारी शुरू कर दी है। अतिथियों के स्वागत में गोनार्द को सजाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए अयोध्या से जुड़ने वाले सभी मार्गों पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा यह सारी व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त की जाएगी।
आगामी 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में ’रामोत्सव’ की तैयारियां जनपद में भी शुरू हो गई हैं। इसका उत्सव का आयोजन वैश्विक स्तर पर किया जा रहा है। कार्यक्रम में देश/विदेश से बड़ी संख्या में विशिष्ट महानुभाओं का आगमन होगा। गोण्डा जिला अयोध्या का सीमावर्ती जिला है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने काफी संख्या में लोगों का यहां पहुंचने की संभावनाओं को देखते हुए जनपद में विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने साफ किया है कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।
स्वच्छ होगा मार्ग, चलेगा विशेष अभियान
डीएम ने जिला पंचायत राज अधिकारी, सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारीगण एवं अधिशासी अधिकारीगण को अयोध्या से जुड़ने वाले सभी मार्गों पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने साफ किया है कि किसी भी मार्ग पर झाड़ियां, कचरा,गंदगी न रहे। रोड के मीडिएन, साइड पटरी, सार्वजनिक स्थल, बाज़ारों, हाटों एवं वाटर बाडीज के निकट किसी भी दशा में कचरे कूड़े के ढेर न दिखें। सभी गार्बेज वल्नरेबुल प्वाइंट्स का पूर्णतः विलोपन सुनिश्चित कर उसकी निरन्तरता को बनाए रखने हेतु उन स्थानों का स्थायी रूप से सौंदर्यीकरण भी कराया जाना अति आवश्यक है। सार्वजनिक शौचालयों में समुचित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
राजमार्गों की होगी मरम्मत, खाद्य पदार्थों की जांच
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने अधिशासी अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग, प्रान्तीय खण्ड/निर्माण खण्ड-1 एवं निर्माण खण्ड-2 एवं अधिशासी अभियन्ता, राष्ट्रीय मार्ग प्रखण्ड-अयोध्या को निर्देशित किया है कि प्रमुख राजमार्गों की आवश्यक मरम्मत का कार्य 15 जनवरी 2023 तक प्रत्येक दशा में पूर्ण हो जाए। अयोध्या से जुड़ने वाले किसी मार्ग पर गड्ढे न रहें। सभी प्रकार के अतिक्रमण भी हटवाकर सम्बन्धित मार्गों का अनुरक्षण सुनिश्चित किया जाए। प्रभागीय वनाधिकारी, वनप्रभाग गोण्डा को लखनऊ-गोण्डा-अयोध्या राजमार्ग पर कराए गए वृक्षारोपण में से जो पौधे सूख गए हैं। उनके स्थान पर दूसरे पौधे लगवाकर उन्हें व्यवस्थित कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही ऐसे ट्री-गार्ड, जो निष्प्रयोज्य हो चुके हैं। उनको हटाने का कार्य कराने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी जनपद में रोड साइड में विशेषकर लखनऊ-गोण्डा-अयोध्या मार्ग पर संचालित ढाबों/होटल,रेस्टोरेंट्स में खाद्य पदार्थों की जांच करा यह सुनिश्चित करेंगे। कहीं भी अपमिश्रित खाद्य सामग्री की बिक्री भण्डारण न हो।
पेट्रोल पम्प्स पर प्रसाधन सुविधाएं
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला पूर्ति अधिकारी, ऑयल कम्पनी के अधिकारियों से समन्वयन करते हुए यह सुनिश्चित करेंगे कि रोड साइड में संचालित समस्त पेट्रोल पम्प पर टायलेट्स का रखरखाव वैश्विक स्तर का हो। अच्छी तरह साफ-स्वच्छ स्थिति में रखे जाएं और वहां पहुंचने वाले किसी व्यक्ति को इनके उपयोग में असुविधा न हो।
पुलिस को सौंपी गई यह विशेष जिम्मेदारी
अपर पुलिस अधीक्षक, गोण्डा आपरेशन त्रिनेत्र के अन्तर्गत कृपया यह सुनिश्चित कर लें कि विभिन्न चौराहों/बाजार क्षेत्र में स्थापित किए गए समस्त सी.सी.टी.वी. क्रियाशील स्थिति में रहें। साथ ही साथ पी.आर.वी. को अलर्ट मोड में रखा जाए, ताकि किसी आकस्मिकता की स्थिति में त्वरित कार्यवाही हो सके। ट्रैफिक प्रबन्धन भी सृदृढ रखा जाए। वहीं, क्षेत्रीय प्रबन्धक, उ0प्र0 राज्य सड़क परिवहन निगम गोण्डा यह सुनिश्चित करेंगे कि अयोध्या को जाने वाली निगम की बसें अच्छी स्थिति में हो। समीपवर्ती बस-स्टैण्ड पर सभी सुविधाएं पर्याप्त हों तथा संचालित हो रही बसों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए।
निराश्रित गोवंश विचरण पर रोकथाम
जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, सभी खण्ड विकास अधिकारीगण, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं अधिशासी अधिकारियों के सहयोग से विशेष अभियान के तहत जनपद सीमान्तर्गत सभी राजमार्गों, विशेषकर लखनऊ-गोण्डा-अयोध्या मार्ग पर निराश्रित गोवंश के विचरण पर प्रभावी रोकथाम सुनिश्चित करेंगे तथा ऐसे गोवंश को निकटवर्ती गो-आश्रयस्थलों पर संरक्षित करायेंगे। यह कार्य प्राथमिकता के आधार पर सम्पन्न कराया जाए। ताकि आवागमन में बाधा और दुर्घटनाओं से बचा जा सके।