एप्पल ने भारत में अपने ऐप स्टोर से बिनेंस और कुकोइन क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों को हटाया

नई दिल्ली। सरकार द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों का पालन नहीं करने और देश में अवैध रूप से संचालन करने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंजों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद एप्पल ने भारत में अपने ऐप स्टोर से बिनेंस और कुकोइन जैसे कुछ शीर्ष वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों को हटा दिया है। वित्त मंत्रालय के …

Update: 2024-01-10 04:26 GMT

नई दिल्ली। सरकार द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों का पालन नहीं करने और देश में अवैध रूप से संचालन करने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंजों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद एप्पल ने भारत में अपने ऐप स्टोर से बिनेंस और कुकोइन जैसे कुछ शीर्ष वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों को हटा दिया है।

वित्त मंत्रालय के तहत वित्तीय खुफिया इकाई ने पिछले महीने मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों का अनुपालन किए बिना देश में संचालन के लिए बिनेंस सहित नौ ऑफशोर वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्ति सेवा प्रदाताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। एप्पल ने अपने ऐप स्टोर से इन क्रिप्टो एक्सचेंजों को हटाने पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की। ये क्रिप्टो ऐप्स गूगल के प्‍ले स्‍टोर पर उपलब्ध रहेंगे।

पिछले महीने वित्त मंत्रालय ने भी आईटी मंत्रालय से इन क्रिप्टो कंपनियों के यूआरएल को ब्लॉक करने के लिए कहा था क्योंकि ये देश में अवैध रूप से काम कर रही हैं। मनी लॉन्ड्रिंग विरोधी कानूनों को तोड़ने के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद बिनेंस पहले से ही अमेरिका में जांच का सामना कर रहा है। दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज के कामकाज की जांच के बाद बिनेंस प्रमुख चांगपेंग झाओ को कई अरब डॉलर के समझौते के तहत पद छोड़ना पड़ा।

वित्त मंत्रालय ने कहा कि ऑफशोर और ऑनशोर वर्चुअल डिजिटल एसेट सेवा प्रदाता जो भारत में काम कर रहे हैं और वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के बीच आदान-प्रदान और फिएट मुद्राओं के हस्तांतरण और उन पर नियंत्रण सक्षम करने वाले वर्चुअल डिजिटल एसेट्स या उपकरणों के प्रशासन सहित गतिविधियों में शामिल हैं, उन्हें भारत की वित्तीय खुफिया इकाई के पास पंजीकरण कराना होगा। साथ ही धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों का अनुपालन करना होगा।

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