नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पदार्पण मैच में शतक जड़ने वाले युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की सफलता का राज है लगातार अभ्यास से पीछे नहीं हटना। जायसवाल की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टीम राजस्थान रॉयल्स के हाई परफार्मेंस निदेशक और मुंबई के पूर्व बल्लेबाज जुबिन भरूचा ने बताया कि 21 साल का यह खिलाड़ी तालेगांव (महाराष्ट्र) के सुविधा केंद्र एक ही शॉट का अभ्यास 300 बार करता था और अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए उन्होंने बेसबॉल कोच के साथ काम किया और लंबे समय तक बल्लेबाजी अभ्यास के कारण उनके हाथ में छाले भी पड़ जाते थे।
आईपीएल के ट्रायल में जायसवाल की प्रतिभा को पढ़ने के बाद भरूचा ने इस खिलाड़ी के खेल में सुधार लाने में अहम योगदान दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ वह भारतीय टीम के लिए अंडर-19 क्रिकेट खेलकर आया था। आईपीएल में हालांकि बहुत अलग तरह की चुनौती होती है। ट्रायल के दौरान उसने पहली ही गेंद को स्क्वायर की दिशा की तरफ शानदार तरीके से फ्लिक किया। मुझे याद नहीं कि गेंदबाज कौन था लेकिन उनका शॉट कमाल का था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं किसी को लेकर बनी पहली प्रतिक्रिया के साथ जाना पसंद करता हूं। मैंने उस गेंद पर उसकी बल्लेबाजी के दौरान गजब का आत्मविश्वास देखा था।’’ भरूचा जब जायसवाल से मिले थे तब इस इस खब्बू बल्लेबाज की उम्र महज 18 साल थी।