अफगानिस्तान में तालिबान तालिबानियों का राज, विमानन उद्योग मुश्किल में

अफगानिस्तान में तालिबान राज शुरू होने के बाद से विमानन उद्योग मुश्किलों से जूझ रहा है

Update: 2021-09-30 14:19 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |    अफगानिस्तान में तालिबान राज शुरू होने के बाद से विमानन उद्योग मुश्किलों से जूझ रहा है। उड़ानें बंद होने से कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।  ने उद्योग विश्लेषकों के हवाले से बताया कि उड़ानें बंद होने से विमानन उद्योग को बड़ा नुकसान हो रहा है। अफगान हवाई क्षेत्र बंद होने से राजस्व भी बंद हो गया है।

उड़ानें बंद होने से कंपनियों को भारी नुकसान
देश पर तालिबान के कब्जे के बाद से बंद पड़े हवाई क्षेत्र के कारण अब तक राजस्व के रूप में 70 लाख डालर (करीब 52 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है। एयरलाइंस के अधिकारियों ने बताया कि उड़ानें ठप होने से करीब दो करोड़ डालर (करीब 200 करोड़ रुपये) का नुकसान उठाना पड़ा है। इधर, एयरलाइंस कंपनियों ने हवाई क्षेत्र बंद रहने और उड़ानों में गिरावट को लेकर चिंता जताई है और विमानों के संचालन को बहाल करने की मांग की है।
कर्मचारियों को किया गया आंशिक भुगतान
तालिबान ने बताया कि उसने पांच मंत्रालयों के कर्मचारियों को आंशिक या पूरा भुगतान कर दिया है। खामा प्रेस ने तालिबान सरकार के कार्यवाहक उप प्रधानमंत्री अब्दुल सलाम के हवाले से बताया कि सभी सरकारी कर्मचारियों की सेलरी देने के लिए काम किया जा रहा है।
निर्वासित अफगान सरकार को बताया निरर्थक
तालिबान ने पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के नेतृत्व वाली निर्वासित अफगान सरकार को निरर्थक करार दिया और कहा कि उनका प्रयास व्यर्थ है। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद देश छोड़ने वाले अधिकारियों ने पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के नेतृत्व वाली निर्वासित अफगान सरकार का एलान किया है।


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