रोइंग के फाइनल में पहुंचे भारत के बलराज पंवार, बोले- ‘मां के लिए जीतना है मेडल’
हांगझोऊ। भारत के बलराज पंवार एशियन गेम्स के रोइंग इवेंट के फाइनल में पहुंच गए हैं। 24 वर्षीय पंवार सेमीफाइनल एफ ए/बी2 में 7:22:22 के समय के साथ तीसरे स्थान पर रहे और इस तरह से उन्होंने पदक की दौड़ में जगह बनाई।
बलराज ने जब सिर्फ दो साल पहले एक कोच के सुझाव पर रोइंग को चुना, तो उन्होंने कभी नहीं सोचा होगा कि वह एक दिन एशियाई खेलों के फाइनल में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
भारतीय सेना का 24 वर्षीय सिपाही अब हांगझोऊ में 19वें एशियाई खेलों में अपने पहले पदक की दौड़ में है, जिसने पुरुष एकल स्कल्स प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बना ली है।
बलराज ने 2020 में ही इस खेल को अपनाया जब भारतीय सेना के बंगाल इंजीनियर ग्रुप (बीईजी) के एक कोच ने उन्हें सुझाव दिया कि उनकी ऊंचाई (6 फीट) के कारण उन्हें नौकायन शुरू करना चाहिए।
इस फैसले से उन्हें फायदा हुआ क्योंकि उन्होंने इंटर-बटालियन इवेंट में अच्छा प्रदर्शन किया और इसके बाद अक्टूबर 2021 में पुणे में आर्मी रोइंग नोड में उतरे और वहां भी अच्छा प्रदर्शन किया।
तब से बलराज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और सीनियर नेशनल, गुजरात में राष्ट्रीय खेलों और स्विट्जरलैंड में विश्व चैंपियनशिप में भाग लेते हुए और मजबूत होते गए।
जुलाई 2023 में विश्व चैंपियनशिप के लिए चयन ट्रायल से एक महीने पहले दिखाए गए जबरदस्त सुधार के आधार पर, पंवार को सतनाम सिंह के विकल्प के रूप में एशियाई खेलों की टीम में चुना गया। जिन्होंने डबल स्कल्स में भाग लेने का फैसला किया।
उन्होंने विश्व चैम्पियनशिप में अच्छा प्रदर्शन किया और उन्हें एशियाई खेलों के लिए बरकरार रखा गया है।
हरियाणा के करनाल के 24 वर्षीय खिलाड़ी को अब पुरुष एकल स्कल्स में स्वर्ण जीतकर बजरंग लाल ठाकर द्वारा शुरू की गई परंपरा को जारी रखने की उम्मीद है। भारतीय सेना में कार्यरत 24 वर्षीय पंवार ने सेमीफाइनल में तीसरा स्थान हासिल करके फाइनल ए के लिए क्वालीफाई किया।