ICC ने नियमों में किया बड़ा बदलाव, 1 अक्टूबर से होंगे लागू, जानें क्या-क्या बदला
दुबई, 20 सितंबर। वैश्विक क्रिकेट की नियामक संस्था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को खेल के नियमों में बदलाव करने की घोषणा की। आईसीसी ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि सौरव गांगुली के नेतृत्व वाली पुरुष क्रिकेट समिति ने महिला क्रिकेट समिति की सहमति के साथ एमसीसी की क्रिकेट नियमों की 2017 संहिता (तीसरा संस्करण) में बदलावों की सिफारिश की थी, जिसे मुख्य कार्यकारी समिति (सीईसी) ने मंजूरी दी। नये नियम एक अक्टूबर 2022 से लागू होंगे और 16 अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप में भी प्रयोग में लिये जायेंगे। नये नियमों के अनुसार जब कोई बल्लेबाज कैच आउट होगा तो नया बल्लेबाज ही स्ट्राइक लेगा, भले ही पिछले दोनों बल्लेबाज विपक्षी टीम के खिलाड़ी के कैच लेने से पहले रन लेते समय एक दूसरे को पार कर गये हों। यह नियम मार्च 2022 में दुनिया के सामने आ गया था और एक अक्टूबर से आधिकारिक रूप से अमल में लिया जायेगा।
1. कैच आउट नियम
इस नियम के तहत जब भी कोई बल्लेबाज कैच आउट होगा, तो नया बल्लेबाज स्ट्राइक पर ही खेलने आएगा। आउट होने वाले प्लेयर के क्रीज बदलने या नहीं बदलने से इस पर कोई असर नहीं होगा। इससे पहले नियम था कि यदि बल्लेबाज कैच आउट होने से पहले स्ट्राइक चेंज करता है, तो नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक पर आता था, लेकिन ऐसा अब नहीं होगा।
2. लार पर परमानेंट बैन
क्रिकेट मैच के दौरान किसी भी तरह से गेंद पर सलाइवा (लार) के इस्तेमाल पर स्थाई रोक लगा दी गई है। इससे पहले कोरोना महामारी के चलके क्रिकेट को बंद किया गया था, जब दोबार खेल शुरू हुआ तब लार के इस्तेमाल को अस्थायी तौर पर बैन कर दिया था, मगर अब लार को परमानेंट बैन कर दिया गया है।
3. स्ट्राइक लेने का टाइम तय किया गया
जब कोई खिलाड़ी आउट होता है और नया प्लेयर स्ट्राइक पर आता है, तो उसे टेस्ट और वनडे में 2 मिनट के अंदर स्ट्राइक पर आना होगा। टी 20 इंटरनेशनल में यह समय 90 सेकंड का निर्धारित किया गया है। यदि नया बैटर टाइम पर नहीं आता है, तो फील्डिंग टीम का कप्तान टाउम आउट की अपील कर सकता है।
4. स्ट्राइकर (बैटर) के बॉल खेलने का अधिकार
अगर गेंद पिच से बाहर गिरती है तो नये नियम के तहत बल्लेबाज के बल्ले का कुछ हिस्सा या उसके पिच के भीतर रहने पर उसे गेंद को खेलने का अधिकार होगा। उसके बाहर जाने पर अंपायर डेड गेंद का इशारा करेंगे। अब बल्लेबाज को पिच छोड़ने के लिये मजबूर करने वाली कोई भी गेंद नोबॉल होगी।
5. नॉन-स्ट्राइकर का रनआउट होना
यदि कोई नॉन-स्ट्राइकर गेंदबाज के बॉल डालने से पहले क्रीज से बाहर निकलता है, तब गेंदबाज यदि बैटर को रनआउट करता है, तो इसे पहले 'अनफेयर प्ले' माना जाता था, लेकिन अब इसे रनआउट ही कहा जाएगा।
6. फील्डिंग टीम की तरफ से गलत व्यवहार
यदि बॉलर गेंदबाजी के दौरान (रनअप) कुछ अनुचित व्यवहार या जानबूझकर कुछ गलत मूवमेंट करता है, तो अंपायर इस पर एक्शन ले सकता है। इतना ही नहीं बॉल पर पेनल्टी लगाते हुए बैटिंग टीम के खाते में 5 रन भी जोड़ सकता है। इसके अलावा अंपायर इसे डेड बॉल भी करार देगा।
7. डिलेवरी से पहले स्ट्राइकर की ओर बॉल थ्रो
पहले नियम था कि अगर कोई बल्लेबाज गेंद खेलने से पहले ही क्रीज से बाहर आ जाता है तो गेंदबाज थ्रो करके उसे रन आउट कर सकता था, लेकिन अब यह नियम हटा दिया गया है। ऐसा करने पर वह गेंद नो बॉल करार दी जाएगी।
8. इन-मैच पेनल्टी नियम
जनवरी 2022 में टी20 इंटरनेशनल में लागू किया गया इन-मैच पेनल्टी नियम अब वनडे फॉर्मेट में भी अपनाया जाएगा। ये नियम 2023 में पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड कप सुपर लीग के खत्म होने के बाद लागू होगा। इस नियम के अनुसार गेंदबाजी करने वाली टीम को निश्चित समय के अंदर अपना आखिरी ओवर शुरू करना होता है। अगर तय समय पर कोई टीम अपना आखिरी ओवर नहीं शुरू कर पाती तो उस समयसीमा के बाद जितने भी ओवर होते हैं, उनमें एक फील्डर बाउंड्री से हटाकर तीस गज के दायरे के अंदर रखना पड़ता है। इससे बल्लेबाजों को मदद मिलती है। इसे ही इन-मैच पेनल्टी नियम कहते हैं।