सर्दियों में पहली बार आयोजित पहले विश्व कप ने खिलाड़ियों के लिए तनाव के क्षण बढाए
मुंबई, (आईएएनएस)| कतर में फुटबॉल का महासंग्राम फीफा विश्व कप अपनी शुरूआत से पहले ही अपनी अभूतपूर्व उपलब्धियों के लिए इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज करा चुका है। यह अरब दुनिया में आयोजित होने वाला पहला विश्व कप है, सर्दियों में आयोजित होने वाला पहला विश्व कप और एशिया में आयोजित होने वाला दूसरा विश्व कप है। दक्षिण कोरिया और जापान ने 2002 में संयुक्त रूप से विश्व कप आयोजित किया था। कतर विश्व कप 20 नवम्बर को शुरू होगा और 18 दिसम्बर को समाप्त होगा।
यह सबसे महंगे विश्व कपों में से एक होगा, कतर ने सभी स्टेडियमों का नए सिरे से निर्माण किया। रेगिस्तान में पूरी तरह वातानुकूलित इंडोर स्टेडियम बनाये गए जिनकी लागत पांच अरब डॉलर है। मेजबानों ने स्थानीय प्रशंसकों और लाखों विदेशी अतिथियों के लिए नए आधारभूत ढांचे बनाये।
विश्व कप की मेजबानी की कुल लागत 220 अरब डॉलर बतायी जाती है। यह किसी भी आयोजक द्वारा खर्च की गयी सबसे ज्यादा रकम है। ब्राजील ने 2014 संस्करण में 11.5 अरब डॉलर और रूस में 2018 में पिछले संस्करण में 14 अरब डॉलर खर्च किये थे।
29 दिन का कतर विश्व कप सर्दियों के ब्रेक के दौरान खेला जाएगा। फुटबॉलरों का विश्व कप के बाद व्यस्त कार्यक्रम होगा। आमतौर पर विश्व कप गर्मियों के महीनों मई-जून या जून-जुलाई में आयोजित होते रहे ह,ैं खिलाड़ियों को क्लब लीग की समाप्ति के बाद एक अच्छा ब्रेक मिल जाता है और वे पूरी तैयारी के साथ विश्व कप में उतरते हैं। लेकिन इस बार वे एक या दो सप्ताह की तैयारियों के बाद इवेंट में जाएंगे।
वे कतर थके हुए पहुंचेंगे क्योंकि उन्होंने आखिरी रविवार तक अपने क्लबों के लिए खेला है।
कई विशेषज्ञों का मानना है कि काफी खिलाड़ी इस स्तर का टूर्नामेंट खेलने के बाद चोटों के साथ अपने क्लबों में लौटेंगे। यदि वे चोटिल नहीं भी होते हैं तो भी लगातार फुटबाल खेलने की थकान उन पर हावी रहेगी।
कतर विश्व कप नए नियम और टेक्नोलॉजी लागू करेगा। पांच सब्स्टिट्यूशन नियम विश्व कप में शुरू किया जाएगा जिससे मैच पिछले विश्व कपों के मुकाबले अलग होंगे। अतिरिक्त सब्स्टिट्यूशन की अनुमति मिलने के बाद 32 क्वॉलिफाइड टीमें 26-26 खिलाड़ियों की टीमें उतार रही हैं जबकि पिछले विश्व कपों में 23-23 खिलाड़ी उतरे थे।
पिछले विश्व कप में वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वार) ने अपना पदार्पण किया था लेकिन इस बार यह पिछली बार के मुकाबले ज्यादा एडवांस्ड होगा। कतर विश्व कप में इस बार एक नयी तकनीक 'सेमि-ऑटोमेटेड ऑफसाइड टेक्नोलॉजी' का भी इस्तेमाल होगा जिससे गोलों और ऑफसाइड को लेकर उठने वाले विवाद का अंत होगा।