टी20 विश्व कप पर ICC से मोहलत मांगेगा BCCI, कोरोनावायरस के कारण इस पर आशंका बनी हुई है.भारतीय बोड इस मुद्दे में है परेशान

भारत में इस साल के अत में टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन होना है, लेकिन देश में कोरोनावायरस महामारी के हालात के कारण इस पर आशंका बनी हुई है.

Update: 2021-05-31 12:29 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की हाल ही में हुई विशेष आम बैठक (SGM) के बाद अब नजरें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की बैठक पर हैं, जो 1 जून को होगी. इस वर्चुअल बैठक में सबसे अहम चर्चा इस साल के अंत में होने वाले टी20 विश्व कप (ICC T20 World Cup) को लेकर होनी है, जिसकी मेजबानी भारत को करनी है. भारत में कोरोनावायरस के मामलों को देखते हुए आयोजन पर संदेह बरकरार है और अब तक माना जा रहा था कि आईसीसी इस वर्चुअल बैठक में इसको लेकर कोई फैसला करेगी, लेकिन फिलहाल इस फैसले का टलना तय है, क्योंकि बीसीसीआई टूर्नामेंट को लेकर एक महीने का का समय मांगेगा. ऐसे में ये तय है कि आईसीसी जुलाई में इस टूर्नामेंट पर अपना अंतिम फैसला सुनाएगी.

बीसीसीआई की 29 मई को हुई एसजीएम में आईपीएल 2021 से लेकर टी20 विश्व कप तक कई मुद्दों पर चर्चा और फैसले हुए थे. विश्व कप को लेकर तय किया गया था कि बोर्ड आईसीसी की बैठक में अंतिम फैसला करने के लिए एक महीने का समय मांगेगा. इसके साथ ही मंगलवार 1 जून को होनी वाली इस बैठक में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली मुंबई में रहकर ही जुड़ेंगे. पहले यह फैसला किया गया था कि गांगुली इस बैठक के लिए दुबई में ही मौजूद रहेंगे, लेकिन अब वह आईपीएल के आयोजन को लेकर अमीरात क्रि​केट बोर्ड से चर्चा करने के लिये बुधवार को यूएई रवाना होंगे.
बैठक में फैसले की उम्मीद नहीं, फिर होगी BCCI की SGM
मंगलवार को होने वाली आईसीसी की इस बैठक से पहले समाचार एजेंसी पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इसमें विश्व कप को लेकर किसी ठोस नतीजे की उम्मीद नहीं है. ऐसे में एक जुलाई के बाद बीसीसीआई एक बार फिर एसजीएम बुलाएगा. इसके बाद 18 जुलाई से होने वाली आईसीसी की सालाना बैठक में विश्व कप के आयोजन पर अंतिम और औपचारिक फैसला हो सकता है. यूएई इस टूर्नामेंट के लिए पहले से ही वैकल्पिक स्थान के तौर पर तय माना जा रहा है.
देश में टूर्नामेंट आयोजन की स्थिति को लेकर बीसीसीआई के सूत्रों ने पीटीआई से कहा, "कोविड—19 के मामलों में कमी आयी है लेकिन अभी ऐसी स्थिति नहीं हैं जिसमें हम विश्व कप की मेजबानी के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त कर सकें. गांगुली और सचिव जय शाह ने फैसला करने के लिये एक महीने का समय मांगा है. उन्हें निश्चित तौर पर सरकार से भी सलाह मिलेगी कि भारत में मेजबानी करना सही होगा या नहीं."
हालांकि, ये भी तय है कि अगर भारत में ही वर्ल्ड कप का आयोजन होता है, तो बीसीसीआई की ओर से प्रस्तावित 9 स्थानों की जगह मुंबई में ही तीन स्थानों पर टूर्नामेंट आयोजित किया जा सकता है.

टैक्स छूट की समस्या

वर्ल्ड कप के आयोजन के लिए सिर्फ कोरोना ही बीसीसीआई के सामने इकलौती समस्या नहीं है. बोर्ड अभी तक इसके आयोजन के लिए केंद्र सरकार से कर छूट हासिल नहीं कर सका है. आईसीसी की ओर से टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए मेजबान देश में कर छूट की शर्त रखी जाती है और बीसीसीआई इसमें अभी तक सफल नहीं हो सका है. जानकारी के मुताबिक, बीसीसीआई सरकार के शीर्ष अधिकारियों से इसको लेकर चर्चा कर रहा है लेकिन इसका आसान समाधान संभव नहीं है. छूट न मिलने की स्थिति में बीसीसीआई को 900 करोड़ से ज्यादा की रकम गंवानी पड़ सकती है.

बैठक के अन्य मुद्दे
इस मुद्दे के अलावा आईसीसी की बैठक में 2023 से 2031 तक आठ साल के लिए फ्यूचर टूर प्रोग्राम पर भी चर्चा होगी. साथ ही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के मौजूदा स्वरूप को लेकर भी चर्चा होगी क्योंकि महामारी के कारण पहली चैंपियनशिप में कुछ सीरीज आयोजित नहीं हो सकी थीं. साथ ही पॉइंट्स के बंटवारे के सिस्टम पर भी सवाल उठते रहे हैं.


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