कालाष्टमी पर इस विधि से करें भैरव बाबा की पूजा
ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों की कमी नहीं है लेकिन भैरव बाबा की पूजा को समर्पित कालाष्टमी का व्रत बेहद ही खास माना जाता है जो कि आज यानी 2 फरवरी दिन शुक्रवार को मनाया जा रहा है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने का विधान होता है। मान्यता है कि …
ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों की कमी नहीं है लेकिन भैरव बाबा की पूजा को समर्पित कालाष्टमी का व्रत बेहद ही खास माना जाता है जो कि आज यानी 2 फरवरी दिन शुक्रवार को मनाया जा रहा है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने का विधान होता है।
मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन शिव के रौद्र रूप की पूजा करने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और शुभ फलों में वृद्धि होती है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा भैरव बाबा की पूजा विधि के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
कालाष्टमी पूजा विधि—
आपको बता दें कि कालाष्टमी के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर पूजा स्थल की साफ सफाई करें फिर मंदिर में एक लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर भगवान भैरव की प्रतिमा स्थापित करें इसके बाद प्रभु के समक्ष सरसों तेल का दीपक जलाएं और भैरव अष्टक का संपूर्ण पाठ करें इसके बाद भगवान काल भैरव की विधिवत पूजा करें प्रभु को सभी पूजन सामग्री अर्पित करके फल, मिठाई का भोग लगाएं।
अंत में भगवान भैरव की आरती करें और दिनभर का उपवास रखें इसके बाद संध्याकाल में एक बार फिर से भगवान की पूजा करें और सात्विक भोजन के साथ अपना व्रत खोलें इस दिन किसी भी तरह की तामसिक गतिविधियों में शामिल न हो। किसी को अपशब्द न कहें। माना जाता है कि इस विधि से पूजा करने से नकारात्मकता और कष्टों से मुक्ति मिलती है।