शनि जयंती पर कल इस विधि करे शनिदेव पूजा, सभी समस्या होगी दूर
शनि जयंति का पावन पर्व कल यानी सोमवार को है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, हर शाल ज्येष्ठ महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर शनि देव का जन्मोत्सव का त्योहार मनाया जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | शनि जयंति का पावन पर्व कल यानी सोमवार को है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, हर शाल ज्येष्ठ महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर शनि देव का जन्मोत्सव का त्योहार मनाया जाता है। मान्यता है कि ज्येष्ठ अमावस्या पर ही न्याय और कर्म के देवता भगवान शनि का जन्म हुआ था। ज्येष्ठ अमावस्या पर शनिदेव की विशेष पूजा-आराधना और मंत्रों का जाप करके भगवान शनिदेव को प्रसन्न किया जाता है।
शनि जयंति शनिदेव की पूजा-अर्चना का खास महत्व होता है। मान्यता के मुताबिक भगवान शनिदेव व्यक्ति को कर्मों के अनुसार ही सभी लोगों फल देते हैं। शनिदेव की कृपा पाने के लिए शनि जयंती का दिन बहुत ही खास माना गया है। जिनके भी जीवन में शनि संबंधी कोई दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रकोप चल रहा है तो उन्हें शनि जयंती के दिन शनिदेव की पूजा आराधना का विशेष लाभ मिलता है। मान्यता के मुताबिक शनि जयंती के दिन शनि देव की पूजा-आराधना, दान-पुण्य और जप करने से जातक को सभी तरह का समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।
शनि जयंती शुभ मुहूर्त
ज्येष्ठ अमावस्या तिथि का आरंभ- 29 मई को दोपहर 2 बजकर 54 मिनट से शुरू
ज्येष्ठ अमावस्या तिथि की समाप्ति- 30 मई को शाम 4 बजकर 58 मिनट पर।
शनि जयंती पूजा विधि
भगवान शनिदेव की विशेष कृपा और सभी परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा-उपासना का खास महत्व होता है। शनि जयंती के मौके पर सुबह-सुबह अपने घर के आसपास स्थिति किसी शनि मंदिर जाकर भगवान शनिदेव की प्रतिमा को प्रणाम करते हुए सरसों के तेल से अभिषेक करें। शनिदेव को काले तिल, उड़द की दाल, नीले फूल और नीले वस्त्र अर्पित करते हुए तेल का दीपक जलाएं और ऊँ शं शनैश्चराय नम: मंत्र का जप करते रहें। इसके बाद शनिदेव की आरती करे और अंत में जरूरतमंदों को चीजों का दान दें।
शनि जयंती के पर करें ये उपाय
- शनि जयंती के दिन शनिदेव के साथ-साथ हनुमान जी की पूजा भी करने की मान्यता है। ऐसा करने से शनिदोष साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव कम होने लगता है।
- हनुमान जी की आरती-चालीसा आदि का पाठ करने से भी शनि के दोष समाप्त होते हैं इसलिए जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रहा हो उन्हें ये उपाय जरूर करने चाहिए।
- शनि जयंती के दिन पीपल के वृक्ष पर सरसों के तेल का दीपक जलाकर उन्हें तिल अर्पित करने से शनि की बुरी नजर का प्रभाव कम होता है।
- शनि जयंती के दिन काले वस्त्र पहनने की सलाह दी जाती है।
- शनि जयंती के दिन शनि चालीसा का पाठ करने से लाभ मिलता है।
- शनि जयंती के दिन गरीबों को अन्न-धन आदि का दान करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं।