हस्तरेखा शास्त्र का महत्व हर किसी के जीवन में होता हैं क्योंकि इसमें व्यक्ति की हथेली पर बनने वाली रेखाओं के द्वारा उसके भविष्य का अध्ययन करने के बारे में बताया गया हैं हस्तरेखा शास्त्र की मानें तो जातक की हथेली पर कई तरह की रेखाएं, निशान और आकृतियां बनी होती हैं जिन्हें देख कर व्यक्ति के जीवन से जुड़ी अहम जानकारी हासिल की जा सकती हैं।
हथेली पर शुभ अशुभ दोनों तरह की रेखाएं बनी होती हैं जिनमें शुभ रेखाएं सुख समृद्धि और धन की ओर इशारा करती हैं तो वही अशुभ रेखाएं दुख परेशानियों और गरीबी का संकेत प्रदान करती हैं आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा कुछ ऐसी ही अशुभ रेखाओं के बारे में बता रहे हैं जिनका हथेली पर होना मनुष्य केा गरीबी की ओर लेकर जाता हैं तो आइए जानते हैं कि वो कौन सी रेखाएं हैं।
हथेली पर बनने वाली अशुभ रेखाएं—
हस्तरेखा शास्त्र में भाग्यरेखा को बेहद ही भाग्यशाली माना जाता हैं अगर किसी जातक की हथेली पर अच्छी भाग्यरेखा बने तो ऐसा जातक भाग्यशाली माना जाता हैं उसे जीवन में धन सपंदा की कमी का सामना नहीं करना पड़ता हैं इसके अलावा अगर किसी जातक की हथेली पर भाग्यरेखा कमजोर, टूटी फूटी या अन्य कोई रेखा उसे काटते हुए जाए तो इस शुभ नहीं माना जाता हैं ऐसा व्यक्ति भाग्यहीन कहलाता हैं ऐसे जातक को अपने जीवन में धन संकट का सामना करना पड़ता है साथ ही साथ कई तरह की मुसीबतों व दुखेों को भी उठाना पड़ता हैं।
हथेली पर बनने वाली सूर्य रेखा व्यक्ति के मान सम्मान में वृद्धि करती हैं अगर किसी जातक की हथेली पर यह रेखा न बनी हो तो जातक को अपने जीवन में उचित मान सम्मान की प्राप्ति नहीं होती हैं ऐसा व्यक्ति कड़ी मेहनत के बाद भी सफलताओं से दूर ही रहता हैं और जीवनभर कंगाली का सामना करता हैं।