व्यक्ति का भाग्य उसकी कुंडली और हाथ की रेखाओं से पता चलता है. हस्तरेखा शास्त्र में हाथ की रेखाओं का महत्व बताया गया है. हथेली पर मौजूद रेखाएं व्यक्ति के स्वभाव के साथ उसका भाग्य भी दर्शाती हैं. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि हथेली पर शनि पर्वत भाग्य का स्वामी होता है. शनि पर्वत पर इर्द-गिर्द मौजूद रेखाएं व्यक्तित्व से जुड़े कई राज खोलती हैं. जानते हैं कि शनि पर्वत से जुड़ने वाली रेखाओं से किस प्रकार व्यक्ति के बारे में जान सकते हैं.
क्रॉस का निशान देता है ये संकेत
हस्तरेखा के अनुसार, हथेली पर शनि पर्वत पर कई तरह के निशान भी होते हैं, जो शुभ व अशुभ होते हैं. यदि शनि पर्वत पर क्रॉस का निशान है तो ये अशुभ माना जाता है. क्रॉस का निशान खतरे का निशान होता है, यह इस बात का संकेत देता है कि व्यक्ति किसी दुर्घटना का शिकार हो सकता है या असमय मौत हो सकती है. इसी तरह शनि पर्वत पर तारे का निशान भी शुभ नहीं माना जाता है. ऐसे लोग किसी कारण से जेल जा सकते हैं.
ये निशान होते हैं शुभ
हस्तरेखा के अनुसार, यदि शनि पर्वत पर वर्ग या चौकोर आकृति हो तो ये शुभता को दर्शाता है. ऐसे लोगों को जीवन में कम कष्ट भोगने पड़ते हैं. ये लोग परेशानियों का आसानी से सामान कर लेते हैं. इसी तरह शनि पर्वत पर खड़ी रेखा भाग्यशाली होने का प्रतीक होती है और ऐसे लोगों को जीवन में सफलता प्राप्त होती है.
अगर शनि पर्वत पर दो खड़ी रेखा मौजूद हैं तो ये दर्शाता है कि व्यक्ति जीवन में बड़े मुकाम हासिल करेगा. इसी तरह शनि पर्वत पर सीढ़ीनुमा संरचना हो तो यह अमीर होने का संकेत है. अगर किसी जातक की हथेली पर त्रिशूल का निशान हो और वे शनि पर्वत को छूता हो तो ऐसे व्यक्ति पर भगवान शिव की विशेष कृपा होती है. इनके जीवन में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है.