बटुक भैरव की साधना बड़े संकटों से बचाती.....जानें इनकी पूजा का धार्मिक महत्व एवं नियम

सनातन परंपरा में तमाम तरह की कामनाओं को लेकर तमाम तरह के देवी-देवताओं की पूजा करने का विधान है, लेकिन बड़े से बड़े संकट को शीघ्र दूर करना हो तो भगवान बटुक भैरव की साधना को अत्यंत ही लाभदायक मानी गई है. भगवान बटुक भैरव की साधना का धार्मिक महत्व एवं नियम जानने के लिए पढ़ें ये लेख.

Update: 2022-01-11 05:00 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म में बटुक भैरव की साधना (Worship of Batuk Bhairava) अत्यंत ही कल्याणकारी मानी गई है, जिनकी उत्पत्ति भगवान शिव (Lord Shiva) से मानी गई है. भगवान भैरव शीघ्र ही प्रसन्न होकर अपने भक्तों को बड़े से बड़े संकटों से निकाल लाते हैं. भगवान बटुक भैरव के साधक को जीवन में किसी भी प्रकार का कोई भय नहीं रहता है क्योंकि बटुक भैरव हर समय अपने भक्तों के साथ रहते हुए उनकी उनकी रक्षा करते हैं और उन्हें सर्व-संपन्न बनाते हैं. रुद्रयामल तन्त्र में 64 भैरव का उल्लेख प्राप्त होता है. जिसमें इन्हें आपदुद्धारक बटुक भैरव कहा जाता है.

कब करें भगवान बटुक भैरव की साधना
सभी संकटों से उबारने वाले बटुक भैरव की साधना-आराधना तो वैसे किसी भी दिन की जा सकती है लेकिन मंगलवार एवं रविवार के दिन इनकी पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन आप यदि भगवान बटुक भैरव की पूजा विधि-विधान से करते हुए उनके किसी एक मंत्र का जाप करते हैं तो वह शीघ्र ही प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं.
बटुक भैरव की पूजा का धार्मिक महत्व
भगवान बटुक भैरव की पूजा विशेष रूप से तो किसी बड़े संकट या आपदा से निकलने के लिए लोग करते हैं, लेकिन उनकी साधना से कई अन्य बड़े लाभ होते हैं. मान्यता है कि यदि बटुक भैरव की साधना कोई साधक श्रद्धा और विश्वास के साथ करता है तो उसे बल, बुद्धि, विद्या, आयु, यश और धन-धान्य की प्राप्ति होती है. इनके अलावा भी यदि आप किसी विशेष कामना के साथ भगवान बटुक भैरव की पूजा करते हैं, तो वह भी बटुक भैरव के आशीर्वाद से पूरी होती है.
भय को भगाते हैं बटुक भैरव
यदि आपको जीवन में किसी भी ज्ञात-अज्ञात शत्रु से हमेशा भय बना रहता है या फिर आपके उपर हमेशा प्राणों का संकट बना रहता है तो आकपे लिए बटुक भेरव की साधना अत्यंत फलदायी है. बटुक भैरव की साधना उनके लिए भी बहुत कल्याणकारी है जो किसी अन्य बड़े संकट में फंसे हुए हैं, जहां से उनके मान-सम्मान या धनहानि होने की आशंका बनी हो.
बटुक भैरव की पूजा से दूर होंगे राहु-केतु के कष्ट
ज्योतिष के अनुसार यदि आपकी कुंडली में छाया ग्रह राहु और केतु अशुभ परिणाम देते हुए आपकी परेशानियों का बड़ा कारण बन रहे हैं तो आपको अपने जीवन से जुड़ी तमाम समस्याओं के निवारण के लिए भगवन बटुक भैरव की उपासना अवश्य करनी चाहिए, क्योंकि बटुक भैरव की उपासना सुरक्षित एवं शीघ्र फलदायक होती है.


Tags:    

Similar News

-->