नीम जो कि स्वाद में कड़वा होता हैं अपने औषधीय गुणों की वजह से जाना जाता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नीम का आध्यात्मिक महत्व भी होता हैं जिसे ज्योतिषीय रूप से बहुत उपयोगी बताया गया हैं। नीम के पौधे को मंगल का रूप माना जाता हैं जो जीवन से कंगाली दूर करते हुए आपके घर में सुख-शांति का आगमन करता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको नीम से जुड़े वास्तु महत्व की जानकारी देने जा रहे हैं जो जीवन को सुगम बनाने का काम करेंगे।
साक्षात मंगलदेव हैं नीम
हिंदू धर्म में नीम के पेड़ का बहुत महत्व है। इसके साक्षात मंगलदेव माना जाता है। इसलिए घर में नीम का पौधा लगाना शुभ माना जाता है। आप अपने घर की दक्षिण दिशा में नीम का एक पेड़ लगाएं नीम के पौधा लगाकर उसकी देखरेख करें। इससे जीवन में कभी भी आपका अमंगल नहीं होगा।
मंगलदोष होगा दूर
मंगलदोष दूर करने के लिए कई लोग हनुमानजी की खास पूजा करते हैं या दूर-देशों के मंदिर में जाते हैं। मगर, घर में नीम का पौधा लगाकर उसकी पूजा व देखभाल करने से भी मंगलदोष दूर हो सकता है। साथ ही इससे हनुमान जी का आशीर्वाद भी मिलता है। घर की दक्षिण दिशा में नीम का पेड़ लगाएं।
बुरी आत्माएं रहती हैं दूर
कुछ जगहों पर नीम को नीमारी देवी कहा जाता है और मां दुर्गा का रूप भी माना जाता है। कहते हैं कि नीम की पत्तियों के धुएं से घर में बुरी व प्रेत आत्माएं प्रवेश नहीं करती। साथ ही इससे सकारात्मक ऊर्जा भी आती है।
नीम की जड़ का टोटका
ज्योतिष शास्त्र के अनुसा, नीम की जड़ पर लाल रंग का सिंदूर लगाकर तिजोरी में रखें। इससे धन की बरकत बनी रहती है और सफलता के योग बनते है।
नीम की माला का महत्व
मान्यता है कि नीम की लड़की से बनी माला धारण करने से शनिदोष की पीड़ा समाप्त हो जाती है। साथ ही यह सेहत के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है।
रविवार को जरूर करें ये काम
घर के आंगन में नीम का पौधा लगाकर उसे रोजाना जल चढ़ाएं। इससे घर व परिवार के सदस्यों पर हनुमानजी की कृपा बनी रहेगी।
शिवलोक की प्राप्ति
शास्त्रों के अनुसार, नीम के 7 पेड़ लगाने से व्यक्ति को मृत्योपरांत शिवलोक की प्राप्ति होती है जबकि 3 पेड़ लगाने से सैकड़ों वर्षों तक सूर्य लोक में सुख मिलते हैं।
नीम और सेहत
शोध के मुताबिक, नीम के नीचे रोजाना 30 मिनट बैठने से कोई भी चर्म रोग नहीं होता। वहीं, इसके पत्तों का सेवन शारीरिक और मानसिक समस्याओं को दूर रखने के साथ स्किन को ग्लोइंग बनाता है।