जानिए किन लोगों को पन्ना रत्न धारण करने से पहले ज्योतिष की लेनी चाहिए सलाह

ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का विशेष महत्व है। इन्हीं रत्नों में से एक है पन्ना रत्न। यह रत्न मुख्य रूप से 5 रंगों में मिलता है

Update: 2022-03-17 11:54 GMT

ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का विशेष महत्व है। इन्हीं रत्नों में से एक है पन्ना रत्न। यह रत्न मुख्य रूप से 5 रंगों में मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, पन्ना रत्न बुध ग्रह का रत्न है। बुध ग्रह मुख्य रूप से बिजनेस, नौकरी में वृद्धि के साथ दिमाग और वाणी को तेज करने में मदद करता है। इसलिए ज्योतिष कुंडली देखकर इस रत्न को पहनने की सलाह देते हैं। क्योंकि रत्न को बिना पूछे पहनने से जातक के जीवन पर बुरा असर भी पड़ता है। जानिए किन लोगों को पन्ना रत्न धारण करने से पहले ज्योतिष की सलाह लेनी चाहिए, साथ ही जानिए पन्ना रत्न धारण करने का सही तरीका।

ये लोग न पहनें पन्ना रत्न
अगर कुंडली में बुध ग्रह जन्मपत्रिका में तीसरे, छठे, आठवें और 12वें भाव में बैठा है कि पन्ना रत्न नहीं धारण करना चाहिए। इससे जीवन पर कई उतार-चढ़ाव आने लगते हैं।
अगर जन्म कुंडली में बुध की महादशा चल रही है तो पन्ना रत्न पहनने से पहले एक बार ज्योतिष से सलाह जरूर लें।
अगर जातक की कुंडली में बुध का बुरा प्रभाव पड़ रहा हो तो पन्ना रत्न न धारण करें। चाहिए।
स्वर्ण रंग या फिर दाग-धब्बे वाले पन्ना रत्न बिल्कुल नहीं धारण करना चाहिए। क्योंकि इससे सुख-समृद्धि पर बुरा असर पड़ता है।
अगर व्यक्ति का दिमाग पहले से ही तेज है तो एक बार पन्ना रत्न धारण करने से पहले सोचे जरूर।
बिजनेसमैन व्यक्ति को भी पन्ना नहीं धारण करना चाहिए। इससे उसे बिजनेस में नुकसान हो सकता है।
पन्ना रत्न धारण करने की विधि
पन्ना रत्न को केवल बुधवार के दिन या फिर आश्लेषा, ज्येष्ठा, रेवती आदि नक्षत्र में ही पहनना चाहिए।पन्ना रत्न को सोने या फिर चांदी की अंगूठी में बनाकर सबसे छोटी उंगली में पहनना लाभकारी होगा। मंगलवार की रात तो शहद, मिश्री और दूध के घोल में अंगूठी डालकर रख दें और बुधवार की सुबह इसे निकाल गंगाजल से धो लें।। इसके बाद धूप दीप दिखाकर इस मंत्र 'ऊँ बुं बुधाय नम:' का जाप 108 बार करें और फिर धारण कर लें।


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