चाणक्य नीति शास्त्र की ये बात रखें ध्यान

चाणक्य के अनुसार अगर अपने शत्रु को पराजित करना है

Update: 2023-03-13 17:33 GMT
चाणक्य नीति या चाणक्य नीतिशास्त्र चाणक्य द्वारा रचित एक नीति ग्रन्थ है। संस्कृत-साहित्य में नीतिपरक ग्रन्थों की कोटि में चाणक्य नीति का महत्त्वपूर्ण स्थान है। इसमें सूत्रात्मक शैली में जीवन को सुखमय और सफल बनाने के लिए उपयोगी सुझाव दिये गये हैं।
चाणक्य नीति में धन, संपत्ति, स्त्री, दोस्त, करियर और दांपत्य जीवन से जुड़ी कई बातों का गहराई से जिक्र किया गया है। चाणक्य जी ने अपनी नीतियों से हमेशा समाज का मार्गदर्शन किया है। मान्यता है कि जो व्यक्ति चाणक्य की नीतियों का अनुसरण करता है, वह अपने जीवन में खूब तरक्की हासिल करता है और बड़े-बड़े शत्रुओं पर विजय पाता है। आइए जानते हैं वे बातें
अपनी रणनीति किसी से ना बताएं
चाणक्य का मानना है कि जो व्यक्ति अपनी योजनाओं को लेकर सतर्क रहता है, वह बड़े-से-बड़े शत्रु पर भी विजय पा लेता है। इसलिए चाणक्य जी बताते हैं कि किसी भी व्यक्ति के साथ अपनी योजनाएं साझा करते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही सभी काम को पूर्ण धैर्य के साथ करना चाहिए।
विनम्रता सबसे ऊपर
चाणक्य का मानना है कि अगर व्यक्ति को अपने शत्रु पर विजय पानी है तो उसे हमेशा अहंकार से दूर रहना चाहिए। हमेशा हर किसी के साथ विनम्रता से बात करनी चाहिए। चाणक्य जी विनम्रता को श्रेष्ठ गुणों में से एक मानते हैं।
ताकत में वृद्धि करें
चाणक्य के अनुसार अगर अपने शत्रु को पराजित करना है तो स्वयं की शक्ति में लगातार बढ़ोतरी करनी चाहिए। क्योंकि शक्तिशाली व्यक्ति से पंगा लेने से पहले कोई भी इंसान कई बार सोचता है।
शीतल वाणी से शत्रुओं को करें नतमस्त
चाणक्य के अनुसार व्यक्ति की मधुर वाणी शत्रु को भी पराजित कर देती है। अगर शत्रु आपके पास आकर कटु शब्द बोलता है तो भी आप मधुर शब्दाबली का ही प्रयोग करें। वो खुद शर्मिंदा हो जाएगा।
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