जन्माष्टमी पर ना करें ये 5 गलतियां, लगेगा भयंकर पाप

Update: 2023-09-06 06:27 GMT
हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं जिनका अपना महत्व होता हैं लेकिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को बेहद ही खास माना जाता हैं जिसे देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता हैं। इस पावन दिन पर भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा अर्चना की जाती हैं और उपवास भी रखा जाता हैं। धार्मिक पंचांग के अनुसार भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर हुआ था। जिसे जन्माष्टमी, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव और भगवान कृष्ण के जन्म दिवस के रूप में देशभर में मनाया जाता हैं।
 इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 6 और 7 सितंबर को मनाई जा रही हैं इस दिन कान्हा के बाल स्वरूप की पूजा आराधना करने से जीवन में खुशहाली का आगमन होता हैं लेकिन कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें जन्माष्टमी पर अगर किया जाए तो घोर पाप लगता हैं, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं तुलसी से जुड़ी वो गलतियां जिसे जन्माष्टमी पर करने से जातक को व्रत पूजन का ना तो कोई फल मिलता हैं और वह भयंकर पाप का भागीदार कहलाता हैं।
 जन्माष्टमी पर ना करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां—
शास्त्र अनुसार तुलसी को बेहद ही पवित्र माना गया हैं जिसमें माता लक्ष्मी का वास होता हैं। ऐसे में शाम के वक्त तुलसी को स्पर्श या इसकी पत्तियों को तोड़ना अशुभ माना जाता हैं जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी ये काम न करें। ऐसा करने से व्यक्ति पाप का भागीदार बनता हैं। लेकिन अगर जन्माष्टमी के दिन तुलसी पूजा की जाए तो गृहक्लेश से मुक्ति मिलती हैं और तरक्की व धन में वृद्धि होती हैं। जन्माष्टमी के दिन कृष्ण पूजा में भी तुलसी का इस्तेमाल किया जाता हैं ऐसे में अगर आप पूजा के लिए तुलसी तोड़ रहे हैं तो ध्यान रखें कि तुलसी की पत्ती को सीधे नाखून से दबाकर या झटके से ना तोड़े। बल्कि तुलसी के पत्ते तोड़ने से पहले इसे प्रणाम करें और फिर बड़ी कोमलता के साथ इसकी पत्तियों को तोड़ें।
 अगर आप जन्माष्टमी पर तुलसी पूजा कर रहे हैं तो खुले बालों में पूजा भूलकर भी ना करें वरना माता लक्ष्मी क्रोधित हो सकती हैं केवल जन्माष्टमी ही नहीं बल्कि अन्य दिनों पर भी तुलसी पूजन के वक्त बाल को खुला नहीं छोड़ना चाहिए ऐसा करना अच्छा नहीं माना जाता हैं।
 तुलसी पूजन के बाद कम से कम तीन बार पौधे की परिक्रमा जरूर करें। ऐसा करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और जन्माष्टमी पूजा भी सफल होती हैं। साथ ही ऐसा करने से धन की देवी प्रसन्न होकर धन वर्षा करती हैं और दुख दरिद्रता को हर लेती हैं। वही आज पूजन के बाद तुलसी को लाल चुनरी अर्पित करें और इसे समय समय पर बदलना ना भूलें।
 
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