साधक चोपड़ा का संथारा सीजा दर्शन के लिए उमड़े जैन समाज के लोग
पाली। पाली के रहने वाले सोहनराज चौपड़ा ने 90 वर्ष की आयु में तीविहार संथारा लिया था। उनको संथारे के 18वें दिन 22 जनवरी को उन्होंने को आचार्य महाश्रमण की ओर से दिए आदेश के अनुसार मुनि सुमति कुमार की निश्रा में चोविहार संथारा का पच्चखान करवाया। चौपड़ा का संथारा रविवार शाम 5:47 बजे सीज …
पाली। पाली के रहने वाले सोहनराज चौपड़ा ने 90 वर्ष की आयु में तीविहार संथारा लिया था। उनको संथारे के 18वें दिन 22 जनवरी को उन्होंने को आचार्य महाश्रमण की ओर से दिए आदेश के अनुसार मुनि सुमति कुमार की निश्रा में चोविहार संथारा का पच्चखान करवाया। चौपड़ा का संथारा रविवार शाम 5:47 बजे सीज (देवलोक गमन) हो गया। इसका पता लगते ही उनके दर्शन के लिए जैन समाजबंधु उनके निवास पर पहुंचे। साधक चौपड़ा के अंतिम दर्शन किए। चौपड़ा की बैकुंठी सोमवार सुबह 10:30 बजे वीडी नगर से पंचायत समिति के सामने हिन्दू सेवा मण्डल स्वर्गाश्रम जाएगी। चौपड़ा का संथारा सीजने पर उनके पुत्र पूनमचंद चौपड़ा, महावीरचंद चौपड़ा व परिजनों के साथ तेरापंथ सभा अध्यक्ष सुरेन्द्र सालेचा, मंत्री जीतमल पटावरी, महासभा सदस्य गौतम छाजेड़, पूर्व अध्यक्ष अचलचंद बालड़, अचलचंद चौपड़ा, डूंगरचंद चौपड़ा, नेमीचंद चौपड़ा के साथ जैन समाजबंधु वहां पहुंचे और नमन किया।
संथारा लेने वाले सोहनराज चौपड़ा पुत्र गणेशमल-रूपी देवी चौपड़ा मूल रूप से बाड़मेर जिले के पचपदरा के रहने वाले थे। उन्होंने जीवन के 90 बसंत पूर्ण होते ही संथारा लेने का संकल्प किया था। इसके तहत संतों ने उनको 4 जनवरी को तिविहारा संथाना का प्रत्याख्यान करवाया था।संथारा सीजने पर परिजनों के साथ समाजबंधुओं ने नवकार मंत्र का जाप शुरू किया। जो रात भर चला। वहीं पूरी रात लोग दर्शन करने भी पहुंचते रहे। कई लोग पाली के बाहर बालोतरा, जसोल, सरदारशहर के साथ प्रदेश व देश के कई शहरों से परिजन व समाजबंधु चौपड़ा के दर्शन को पहुंचे।