बंगाल। हावड़ा-सिकंदराबाद फलकनुमा एक्सप्रेस (Faluknuma Express) की बड़ी दुर्घटना Train Accident होते-होते बाल-बाल बच गयी. शनिवार को चलती ट्रेन के तीन डिब्बे अलग हो गए थे, लेकिन कोई बड़ी दुर्घटना नहीं घटी. ट्रेन मेदिनीपुर के बेलदा स्टेशन के पास रुकी रही और करीब 40 मिनट तक खड़े रहने के बाद वह फिर रवाना की गई. इस दिन फलकनुमा एक्सप्रेस की तीन बोगियां अचानक अलग हो गईं. घटना मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर संभाग के बेलदा स्टेशन के पास हुई. स्थानीय सूत्रों के अनुसार 25 में से तीन बोगियों को अलग हो गई थी. इस घटना से यात्रियों में दहशत फैल गई.
रेल अधिकारियों को जानकारी मिलने के बाद स्थिति को संभालने के लिए वे तुरंत तत्पर हो गए और करीब 40 मिनट की मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हुई. इसके बाद ट्रेन फिर हावड़ा के लिए रवाना हुई. प्राप्त जानकारी कि शनिवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे फलकनुमा एक्सप्रेस बेलदा स्टेशन से उड़ीसा की ओर आते समय ट्रेन के चालक ने महसूस किया कि दांतन गेट के बीच में कुछ आवाज आ रही है. उसके बाद देखा गया कि तीन बोगियां मुख्य ट्रेन से अलग हो गईं. फिर हंगामा शुरू हो गया. मुख्य इंजन को फिर से सीबीसी द्वारा कवर किए जाने के बाद ट्रेन रवाना हुई. रेलवे सूत्रों के मुताबिक, यांत्रिक खराबी के कारण सीबीसी अनलॉक हो गया था. इस कारण यह हादसा होते-होते बचा.
एक प्रत्यक्षदर्शी पूर्ण दास के शब्दों में, "सिकंदराबाद हावड़ा फलकनुमा एक्सप्रेस की तीन बोगियां हमारे रेलवे गेट पर आईं और अलग हो गईं. पीछे तीन बोगियां थीं. गार्ड ने यह देखा और तुरंत ड्राइवर को बुलाया. इसके बाद वे नीचे उतरे और तीन बोगियां को जोड़ा गया. उसके बाद बड़ा खतरा टल गया है. किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. रेलवे सूत्रों ने बताया मूल इंजन के साथ सीबीसी को फिर से कवर करने के बाद फिर ट्रेन को रवाना किया गया. लवे सूत्रों के मुताबिक, यांत्रिक खराबी के कारण सीबीसी अनलॉक हो गया था. उसकी वजह से यह खतरा पैदा हुआ. रेल अधिकारी पूरे मामले की समीक्षा कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह हादसा कैसे हुआ.