एमपी। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर जिले की बरगी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक संजय यादव ने बीजेपी सांसद राकेश सिंह पर खुलकर निशाना साधा है. इसके साथ ही राज्य सरकार और बीजेपी के जन प्रतिनिधियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि क्षेत्र का विधायक कांग्रेस (Congress MLA) का होने के कारण सरकार बरगी की उपेक्षा कर रही है. उनके द्वारा तन मन धन से क्षेत्र के लिए समर्पित होने और विकास की लड़ाई लड़ी जा रही है. कांग्रेस विधायक यहीं नहीं रुके. इस दौरान उन्होंने बेलखेड़ा क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में हुए तालाब निर्माण और मनरेगा में भ्रष्टाचार (Corruption) की पोल खोली है.
दरअसल, जबलपुर (Jabalpur) जिले की बरगी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक संजय यादव ने बीजेपी के सांसद राकेश सिंह पर भारी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की सांसद बरगी विधानसभा से 65 हजार की लीड लेकर जीते है. इसके बावजूद यदि वे पूरे विधानसभा क्षेत्र में कोई तीन बड़े काम कराएं हो तो कोई हमें बताए उसे हम 51 हजार रुपए का इनाम देने को तैयार हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में नाली पुलिया की बात नहीं कर रहा हूं. ये तो गांव का सरपंच भी बनवा सकता है.
वहीं, मीडिया से बातचीत के दौरान बरगी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक संजय यादव ने बीजेपी सांसद राकेश यादव ने जमकर हमला बोला है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है. बेलखेड़ा क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में हुए तालाब निर्माण और मनरेगा में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है. साथ ही शहपुरा – बेलखेड़ा के ग्राम पंचायतों में अधिकतर खरीदी शहपुरा के ठाकुर बाबा ट्रेडर्स से बिना GST के बिलों की खरीदी की गई है. इसके बिल व बाउचर खुद इसके प्रमाण है. जहां पर बिना तालाब बनाए ही पैसे निकाल लिए गए. इसमें बीजेपी के नेता ही शामिल हैं. भारी जल संकट से लोगों का जीवन बेहाल हो गया है. इसके अलावा PM आवास से वंचित लोगों की कोई सुनने वाला नहीं है.
बता दें कि, उन्होंने कहा कि पूरे क्षेत्र में जल निगम की योजना स्वीकृत तो हैं, लेकिन काम नहीं किया जा रहा हैं. जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में भारी जल संकट (Water Crisis) बना हुआ है. PM आवास योजना के तहत लाभ देने की बजाए 984 हितग्राहियों के नाम काट दिए गए हैं. शहपुरा, भिटौनी, चरगवां के ग्रामीण अंचलों में 26 गौ शालायें स्वीकृत हैं परंतु बीते 2 साल बाद भी निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया है. क्षेत्र में शिक्षा का स्तर अत्याधिक गिरता जा रहा है. चूंकि, प्राथमिक, माध्यमिक व हाई स्कूलों में पर्याप्त सुविधायें व साधनो के साथ शिक्षक ही नहीं हैं. इसके अलावा उनके द्वारा चरगवां क्षेत्र में लगातार महाविद्यालय खोले जाने की मांग की जा रही है. लेकिन सरकार द्वारा इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने सरकार से मांग रखी है कि बरगी को पूर्ण कालिक तहसील का दर्जा दिया जाए, चरगवां में 30 बिस्तरों वाला अस्पताल बनाया जाए. साथ ही मेट्रो बसों का संचालन किया जाए, बरगी में सिविल कोर्ट मे स्थापना की जाए.