बीबीएन। औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में बाल्द नदी पर वैली ब्रिज बनाने की संभावनाएं खत्म हो गई है। दरअसल वैली ब्रिज निर्माता कोलकाता स्थित एजेंसी ने बाल्द नदी पर लंबे स्ट्रक्चर के निर्माण में असमर्थता व्यक्त की है। बता दें कि विगत 23 अगस्त को बद्दी को पंजाब-हरियाणा से जोडऩे वाला बाल्द नदी पर बना पुराना पुल भारी बारिश की भेंट चढ़ गया था। इसके बाद इसके विक्लप के तौर पर वैली ब्रिज बनाने की संभावनाओं पर चर्चा शुरू हुई। इसी कड़ी में राज्य पीडब्ल्यूडी के मेकेनिकल विंग ने वैली ब्रिज स्थापित करने की संभावना तलाशने के लिए दो सप्ताह पहले एनएचएआई अधिकारियों के साथ बाल्द पुल का निरीक्षण किया था, ताकि औद्योगिक क्षेत्र का पड़ोसी राज्यों से संपर्क बहाल किया जा सके। लेकिन यह कोशिशे सिरे नहीं चढ़ पाई है।
फिलवक्त एनएचएआई ने दो विकल्पों पर काम शुरू किया है जिसके तहत निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए क्षतिग्रस्त पुल के समानांतर एक मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा जनसहयोग से नदी के किनारे छोटे वाहनों को रास्ता प्रदान करने के लिए बद्दी में सनसिटी रोड के पास 60-70 मीटर का एक और रास्ता बनाया है। इससे छोटे वाहनों के लिए एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करने में मदद मिली है। पीडब्ल्यूडी के मेकेनिकल विंग के अधीक्षण अभियंता सीडी ठाकुर ने पुष्टि करते हुए बताया कि कोलकाता की बेली ब्रिज आपूर्तिकर्ता एजेंसी जिसे बाल्द नदी साइट पर पुल बनाने को लेकर निर्देश दिए थे, उसने इस तरह के पुल का निर्माण करने में असमर्थता व्यक्त की है क्योंकि इसके लिए एक लंबे स्ट्रकचर की आवश्यकता है। चूंकि वैेली ब्रिज एक छोटी अस्थायी संरचना है, इसलिए यह विकल्प बाल्द नदी के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया है क्योंकि मौजूदा पुल की लंबाई काफी है।