ठंड-धुंध से परेशानी, देवताओं से बारिश के लिए लगाई गुहार
मंडी। बारिश न होने के कारण किसान और बागबान परेशान हैं। इसके साथ ही घनघोर धुंध और सर्द हवाओं ने आम जनमानस को जकड़ कर रख दिया है। मंडी जिला में धुंध के कारण सडक़ों पर वाहन को चलाना मुश्किल हो गया है। धुंध इतनी ज्यादा है कि आगे चल रहे वाहन को भी देखना …
मंडी। बारिश न होने के कारण किसान और बागबान परेशान हैं। इसके साथ ही घनघोर धुंध और सर्द हवाओं ने आम जनमानस को जकड़ कर रख दिया है। मंडी जिला में धुंध के कारण सडक़ों पर वाहन को चलाना मुश्किल हो गया है। धुंध इतनी ज्यादा है कि आगे चल रहे वाहन को भी देखना मुश्किल हो गया है। हालात यह है कि घनी धुंध और कोहरे में लिपटा समूचा मंडी भीषण सर्दी से गुजर रहा है, जिससे आमजन भी प्रभावित हो रहा है। सडक़ों पर भारी धुंध के कारण वाहन चालक लाइटें जलाकर चलने को मजबूर हैं। सर्दी और ठंड से बचने के लिए लोगों को हर गली मोहल्ले में आग जलाकर ठंड से बचते देखा जा सकता है। ठंड व कोहरे से लोग परेशान हैं, लेकिन बारिश न होने के कारण निराशा ही हाथ लग रही है। करीब तीन महीनों से बर्फ व बारिश के इंतजार में बैठी रबी की फ सलें अब पूर्णत: सुखने के कगार पर पंहुच चुकी है। आगामी दो चार दिनों के भीतर बारिश व बर्फ बारी नहीं हो पाई।
फिर बागीचों पर भी खतरे के बादल मंडराने शुरू हो जाएंगे। बता दें कड़ाके की ठंड व कोहरे ने जंहा एक ओर किसानों व बागबानों की मुश्किलें बढ़ा दी है, वहीं शुष्क ठंड से कई लोग जुखाम व बुखार जैसी बीमारियों की चपेट में आ गए है। प्रतिदिन सैकड़ों लोग निक टवर्ती स्वास्थ्य संस्थान में अपना उपचार करवाने पंहुच रहे हैं। किसानों व बागबानों का कहना है कि दशकों बाद यह पहला अवसर है कि करीब 70 फीसदी सर्दी का मौसम समाप्त होने के कगार पर पहुंच चुका है, लेकिन अभी तक न तो आसमान से बारिश की बंूदे टपक पाई है, और न ही तो बर्फ बारी हो सकी है। बारिश व बर्फ बारी हो न हो, लेकिन प्रतिदिन सुबह होते ही धरती घने कोहरे की चादर जरूर ओढ़ लेती है। इससे पड़ी कड़ाके की ठंड से प्रतिदिन सुबह सैर करने वाले लोग अब अपने-अपने घरों में कैद होकर रह गए है। क्षेत्र के लोगों ने लंबे समय से चल रहे सूखे से निजात पाने हेतु अब स्थानीय देवी देवताओं से जल्द बारिश व बर्फ बारी की गुहार लगानी आरंभ कर दी है। मंडी के आराध्य देव कमरूनाग से भी बारिश के लिए बार बार गुहार लगा रहे हैं। वहीं लोग बारिश करवाने के लिए हवन इत्यादि भी कर रहे है।