बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ इस समाज ने खोला मोर्चा

दरअसल, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी कथा में कहा कि। ...

Update: 2023-04-28 14:37 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बागेश्वर धाम(Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री(Pandit Dhirendra Krishna Shastri) की ओर से हैहयवंशी क्षत्रिय समाज(Haihayavanshi Kshatriya Samaj के आराध्य देव राजराजेश्वर सहस्त्र बाहू महाराज पर की गई टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बयान से हैहयवंश समाज ने गुस्सा जाहिर करते हुए सीहोर के थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज की है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के रायपुर में भी शिकायत दर्ज कराई गई है।

सीहोर में हैहयवंशी क्षत्रिय समाज संघठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनरायण ताम्रकार ने बताया की ‘श्री राजराजेश्वर सहस्त्रार्जुन हमारे आराध्य हैं हम उनकी संतान हैं हमारे आराध्य सुदर्शन चक्र के अवतार हैं, उन्होंने भगवान श्री राम के पहले रावण को पराजित किया। उनको जाने बिना यदि कोई उन्हें अतिचारी बलात्कारी कहे तो वे निंदनीय हैं। कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री ने पर भगवान श्री राजराजेश्वर को लेकर अनर्गल मिथ्या अपमानजंक शब्दों का उल्लेख किया। उनकी इस टिप्पणी को लेकर थाने में आवेदन दिया गया है, वह अपने शब्द वापिस ले माफी मांगे अन्यथा पूरे देश में उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई जाएगी।

दरअसल, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी कथा में कहा कि ये क्षत्रिय अचानक से प्रकट कहां से हो जाते थे, इस पर थोड़ी सी चर्चा करते हैं। सहस्त्रबाहु जिस वंश से था, उस वंश का नाम था हैहय वंश। हैहय वंश के विनाश के लिए भगवान परशुराम ने फरसा अपने हाथ में उठाया। हैहय वंश का राजा बड़ा ही कुकर्मी, साधुओं पर अत्याचार करने वाला, स्त्रियों पर बलात करने वाले थे। ऐसे आतताइयों के खिलाफ भगवान परशुराम ने फरसा उठाया।’

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