ऐसे हुई कुख्यात कॉन्ट्रेक्ट किलर की गिरफ्तारी, सांसद के घर के बाहर पकडे गए
बिहार के भागलपुर जिले के कुख्यात अपराधी और कॉन्ट्रेक्ट किलर कपिल यादव को पुलिस ने जेडीयू सांसद अजय मंडल के घोघा स्थित आवास के बाहर से गिरफ्तार किया है...
बिहार के भागलपुर जिले के कुख्यात अपराधी और कॉन्ट्रेक्ट किलर कपिल यादव को पुलिस ने जेडीयू सांसद अजय मंडल के घोघा स्थित आवास के बाहर से गिरफ्तार किया है. कपिल यादव फरार होने के दौरान ही सांसद से मिलने गया था. कपिल यादव पर बीते 11 जून को बरारी थाना क्षेत्र के खंजरपुर में हुई फायरिंग की घटना में शामिल होने का आरोप है.
खंजरपुर की घटना के बाद से ही पुलिस कपिल यादव की तलाश में थी. आरोपी कपिल यादव, जेडीयू सांसद से समय लेकर मिलने आया था. सांसद अजय मंडल के घर से निकलते ही कुख्यात कपिल यादव को पुलिस ने धर दबोचा. सांसद अजय मंडल का कहना है कि मुलाकात के दौरान कपिल ने भतोड़िया में दो सड़कें बनाने के लिए 10-10 लाख रुपये अपने फंड से देने का आग्रह किया था.
कुख्यात अपराधी के आग्रह पर सांसद ने कहा था कि उनके फंड में पैसे नहीं हैं, इसलिए वह फिलहाल इस मामले में कोई मदद नहीं कर सकते. जिसके बाद वह चाय पीने के बाद घर से बाहर निकल गया, जहां पहले से इंतजार कर रही पुलिस ने गेट के बाहर ही दबोच लिया. गिरफ्तारी के मामले में जब सांसद से पूछा गया तो उन्होंने मिलने की बात कुबूल की, लेकिन यह भी कहा कि वह नहीं जानते थे कि वह वॉन्टेड अपराधी है. वह कार्यकर्ता बनकर मिलने के लिए आया था.
ऐसे हुई कुख्यात कॉन्ट्रेक्ट किलर की गिरफ्तारी!
अपराधी कपिल यादव भागलपुर पुलिस के टेक्निकल सर्विलांस पर था. जैसे ही वह सांसद से मिलने घोघा पहुंचा, पुलिस अलर्ट हो गई. सादे लिबास में सांसद के घर आसपास पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया. पहले सांसद आवास से ही कपिल यादव की गिरफ्तारी होनी थी. लेकिन प्रोटोकॉल के कारण कपिल यादव के बाहर आने का इंतजार किया गया.
भागलपुर के अलग-अलग थानों में दर्ज हैं 22 से ज्यादा केस
कॉन्ट्रैक्ट किलर कपिल यादव भागलपुर का बड़ा अपराधी है. कपिल पर कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, रंगदारी, आर्म्स एक्ट, डकैती के 22 से भी अधिक केस शहर के अलग-अलग थानों में दर्ज हैं. वह नाथनगर प्रखंड के भतोड़िया गांव का रहने वाला है. छोटी खंजरपुर गोलीकांड को छोड़ बाकी सारे केस में वह बेल पर है. फिलहाल आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेशी कर जेल भेज दिया है. एसएसपी ने बताया कि तकनीकी सूचना के आधार पर कार्यवाही की गई है.