पार्टी के बाद मची अफरातफरी, दोस्तों ने ही कर दिया ये कांड
नई दुकान खोली थी.
मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. एक शख्स ने दुकान खोलने की खुशी में अपने दोस्तों को पार्टी दी. उसी पार्टी में दोस्तों ने उसका अपहरण कर लिया और उसके परिजनों से 20 लाख रुपये की फिरौती मांगने लगे. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई जिसके बाद सिर्फ 3 घंटे में पुलिस ने अगवा किए गए व्यवसायी के बेटे को सकुशल बरामद कर लिया.
दरअसल जिले के करजा थाना क्षेत्र में सराफा कारोबारी मनोज कुमार के 25 साल के बेटे अंशु कुमार ने श्री गणेशाय नमः नाम से अपनी नई दुकान खोली थी. दुकान खोलने की खुशी में अंशु के दोस्त राहुल और अन्य ने उससे पार्टी मांगी. जब अंशु ने दोस्तों के लिए पार्टी का आयोजन किया तो राहुल ने ही उसका अपहरण कर लिया. बेटे को अगवा किए जाने को लेकर आभूषण व्यवसायी मनोज कुमार ने करजा थाने में तुरंत एफआईआर दर्ज कराई.
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि उनका बेटा अंशु दुकान बंद कर रविवार की शाम 7 बजे घर के लिए निकला लेकिन आठ बजे तक जब वह घर नहीं लौटा तो उसकी खोजबीन शुरू की गई. इस दौरान उसका मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा.
परिजन जब बेटे को ढूंढने में लगे हुए थे इसी दौरान एक अनजान नंबर से फिरौती के लिए फोन आना शुरू हो गया. अपहरण करने वाले आरोपी युवक को छोड़ने के बदले फिरौती के रूप में 20 लाख रुपये मांगने लगे. उन्होंने धमकी दी कि फिरौती की रकम नहीं देने पर युवक की हत्या कर देंगे. काफी आरजू मिन्नत के बाद अपहरणकर्ता 10 लाख रुपये और सोने का जेवर लेने पर अड़ गए. परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना थाना अध्यक्ष को दी. थाना अध्यक्ष ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर अपहृत युवक को अनंत करजा के एक चप्पल फैक्ट्री के कमरे से बरामद कर लिया. मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने करजा चौक के पास से आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान गिरफ्तार युवक से पूछताछ के बाद दो अन्य युवक को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
इस घटना को लेकर डीएसपी हेडक्वार्टर आशीष आनंद ने बताया की कल देर रात करजा थाना क्षेत्र में रहने वाले अंशु कुमार की अपहरण की सूचना मिली थी. इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी देकर करजा एसएचओ के साथ छानबीन शुरू की.
वैज्ञानिक अनुसंधान और गुप्त सूचना के आधार पर अंशु कुमार को सकुशल बरामद कर लिया गया. जिस मोबाइल से फिरौती मांगी गई थी उस मोबाइल को भी बरामद कर लिया गया है. अंशु के परिजनों ने अगवा करने वाले लोगों को देने के लिए कुछ पैसों का भी इंतजाम कर लिया गया था. उसे भी रिकवर कर लिया गया है.
पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि अगवा करने वाले और पीड़ित चारों आपस में दोस्त थे और पार्टी के लिए इकट्ठा हुए थे. दो दोस्त खा पीकर पहले ही बाहर निकल गए थे. अंदर अंशु और मुख्य आरोपी ही बचे थे जिसके बाद अंशु के परिजन को कॉल कर 20 लाख की फिरौती मांगी गई थी. उसके बाद फिरौती की राशि बदलती गई. पुलिस ने आशंका जताई है कि इसमें अंशु की भी संलिप्तता हो सकती है.