हिसार। हरियाणा सरकार बेशक बिना पर्ची व खर्ची के सरकारी नौकरियां देने का दावा कर रही है, लेकिन वास्तविकता यह है कि हरियाणा में लगातार विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक होने के मामले सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में हरियाणा सरकार द्वारा पशुचिकित्सक पद के लिए एचपीएससी के माध्यम से 15 जनवरी 2023 को ली गई भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की जानकारी सामने आई है। इसको लेकर परीक्षार्थियों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर यह भर्ती परीक्षा रद्द करवाने व इसकी जांच करवाने की मांग उठाई है। यह बात आज आम आदमी पार्टी के हरियाणा प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद डा. सुशील गुप्ता ने आज हिसार में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने बताया कि एचपीएससी द्वारा Adv. No. 41-2022 के अनुसार 383 पशु चिकित्सा पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया था, जिस पर दिनांक 15 जनवरी 2023 को प्रात: 11 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक पंचकूला में एचपीएससी द्वारा 5-6 परीक्षा केन्द्र बनाकर उपरोक्त भर्ती परीक्षा ली गई थी।
परीक्षार्थियों के अनुसार इस परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से 1-2 दिन पहले ही लीक हो गया था और कुछ परीक्षार्थियों के पास पहुंच गया था। यह भी पता लगा है कि यह प्रश्न-पत्र बिहार के व्यक्तियों द्वारा हरियाणा मे परीक्षा लेने वाली एजेंसी के साथ सांठगांठ करके लीक किया गया है। कुछ परीक्षार्थियों से मोबाइलों व्हाट्सएप पर संपर्क करके 20 से 30 लाख रुपए में गुपचुप तरीके से गुरुग्राम, पंचकूला, नोएडा व दिल्ली में पढ़ाया गया है। जिन परीक्षार्थियों द्वारा यह प्रश्न पत्र पढ़ा गया है उनके मोबाईल फोन परीक्षा से एक दिन पहले व परीक्षा से एक दिन बाद तक बंद होने की जानकारी मिली है। डा. सुशील गुप्ता ने कहा कि स्वयं परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा को लेकर लगाए गए यह आरोप बहुत गंभीर हैं, लेकिन मुख्यमंत्री ने शिकायत मिलने के बाद भी इसको लेकर कोई कार्यवाही नहीं की है, जिससे साफ है कि उनकी सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टोलरेंस की नीति केवल जुमला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार पेपर लीक में रिकॉर्ड स्थापित करने का काम कर रही है, जिसका खामियाजा प्रदेश के युवाओं को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने इस भर्ती परीक्षा को रद्द करके जांच नहीं करवाई तो आम आदमी पार्टी परीक्षार्थियों के साथ मिलकर आंदोलन करेगी और प्रदेश सरकार की पोल खोलने का काम करेगी।