ड्रीम11 पर दो करोड़ जीतने वाले की आईडी हैक करने वाला गुड़गांव से गिरफ्तार
जानिए क्या है पूरा मामला
चित्तौड़गढ़। ड्रीम11 ऐप पर दो करोड़ रुपये के विजेता के मोबाइल नम्बर, जीमेल आईडी व ड्रीम इलेवन आईडी को साइबर ठग द्वारा हैक कर विजेता अनिल साहू के नाम का गुड़गांव में बैंक खाता खुलवा ठगी करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। चित्तौड़गढ़ साइबर थाना पुलिस ने गुड़गांव में दबिश दी है। साइबर पुलिस की सजगता से बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर करने से पहले ही एक आरोपी को पकड़ा गया जबकि उसके साथी को नामजद किया है। आरोपी जयंत इंडिया निधि लिमिटेड मिनी बैंक के दोनों डायरेक्टर से मिली भगत कर ठगी करते थे। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि ड्रीम इलेवन ऐप्प पर दो करोड़ रुपये जीतने वाले काराखेडी निवासी अनिल साहू ने रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया कि प्रार्थी के मोबाइल नम्बर, जीमेल व ड्रिम इलेवन आईडी को साइबर ठग द्वारा हैक कर लिया। प्रार्थी के ऐप के वॉलेट में पड़े एक करोड 37 लाख 89 हजार 800 रुपए को ट्रांसफर करवाने के लिए आरोपी धमकी भी दे रहे थे। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
साइबर अपराध को तकनीकी रूप से ट्रेस करने के लिए साइबर थाने व साइबर सैल की टीम ने कार्य करना शुरू किया। ड्रीम इलेवन ग्रीवेन्स अधिकारी से सम्पर्क किया। साइबर थाने के पुलिस उप निरीक्षक लोकपाल सिंह राठौड़ के नेतृत्व में एक साइबर पुलिस टीम गठित कर संदिग्ध मोबाइल नम्बरों की लोकेशन पर उनकी तलाश के लिए गुडगांव हरियाणा भेजा गया। टीम ने संदिग्ध तकनीकी जानकारी के आधार पर लेजीवेली पॉर्क गुड़गांव पहुंच यहां बैठे लोगों से पूछताछ की। यहां पेड़ के नीचे बैठा एक युवक भागने लगा, जिसे पुलिस ने पकड़ा। पुलिस ने उत्तरप्रदेश के ग्राम गढी बरबारी तहसील छाता जिला मथुरा निवासी लोकेश जाट पुत्र मुकेश जाट से पूछताछ की। इसने अपने एक अन्य साथी हरियाणा के ग्राम नंगली पाचंकी जिला पलवल निवासी संदीप पुत्र होशियार सिंह रावत के साथ मिल कर प्रार्थी अनिल साहू की ड्रीम 11 की फर्जी ई-मेल आईडी बना उस पर केवाईसी मंगवा अनिल की सीम को ड्रीम इलेवन के 2 करोड़ रुपये हड़पने के लिए एयरटेल में पोर्ट करवाना स्वीकार किया। इन्होंने पहले भी कई बार ड्रीम इलेवन में रुपये जीतने वालों के साथ सीम पोर्ट करवा कर उनके जीते हुये रुपयों का फ्रॉड किया है।
इन्हें किया नामजद
बिना केवाईसी कन्फर्म किये बैंक खाता खोल कर रुपये निकालने वाले बैंक के बारे आरोपी से साइबर टीम ने पूछताछ की। इसमें जयंत इंडिया निधि लिमिटेड मिनी बैंक के दोनों डायरेक्टर से मिली भगत होना सामने आया, जो केवाईसी के आधार पर खाता खोलते है और खाते में रुपया आने पर पचास प्रतिशत अपने पास रखते है और पचास प्रतिशत आरोपियों को दे देते है। इन्हें लोकेश और संदीप दोनों बंटवारा कर लेते हैं। प्रार्थी अनिल साहू का फर्जी खाता भी बैंक के डायरेक्टर निरंजन वर्मा ने ही आरोपियों के बैंक जयंत इंडिया निधि लिमिटेड गुडगांव सेक्टर-12 में ही खोला है। अनिल साहू का ड्रीम इलेवन के वॉलेट में पड़े 1 करोड़ 37 लाख 89 हजार रुपये उसी खाते में ट्रांसफर करने से पहले पुलिस आ पहुंच गई।