सिरोही। सिरोही शहर में शेयर बाजार की आड़ में अनाधिकृत डब्बा ट्रेडिंग का अनाधिकृत कारोबार फलफूल रहा है। शहर के भी कई व्यापारी भी इस अनाधिकृत बाजार में अपनी गाड़ी कमाई लगा रहे हैं। ऐसे में सरकार को इस अनाधिकृत कारोबार से करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। वहीं लालच के चक्कर में व्यापारी भी अपनी गाढ़ी कमाई गंवा रहे हैं। शहर से हो रही डब्बा ट्रेडिंग के तार भीनमाल से जुड़े हुए हैं। शेयर मार्केट की तर्ज पर ही डब्बा ट्रेडिंग में मोटे रिटर्न के लालच में व्यापारी फंस जाते हैं। शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमेट अकाउंट बनाने के अलावा कुछ प्रतिशत मार्जिन व इससे होने वाली आय पर टैक्स भी चुकाना पड़ता है। वहीं यह पूरी तरह सरकार के नियमों के तहत की जाने वाली ट्रेडिंग है, जबकि डब्बा ट्रेडिंग में स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेडिंग नहीं की जाती है। स्थानीय स्तर पर एजेंट के जरिए लेन-देन होता है। सप्ताह में सोमवार से शुक्रवार तक का हिसाब शनिवार व रविवार को होता है।
ये ट्रेडर्स प्रतिदिन लाखों-करोड़ों में लेन-देन करते हैं। डब्बा मार्केट में कम्पनी शेयर के अलावा सोना-चांदी, निकल, जिंक, कॉपर, क्रूड, ग्वारगम, ग्वारशीट आदि का व्यापार होता है। पांच दिन में की गई ट्रेडिंग का हिसाब शुक्रवार को होता है। शनिवार व रविवार को सम्बंधित ट्रेडर्स से एजेंट लेन-देन करता है। इन लेनदेन का कोई मार्जिन या टैक्स नहीं होने से सरकार को करोड़ों की चपत लग रही है। वहीं ज्यादा रिटर्न के चक्कर में नए ट्रेडर्स इनके चक्कर में अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं। डब्बा एक्सचेंज में किए गए लेन-देन पर कोई मार्जिन नहीं होने के लालच में व्यापारी अधिक रिटर्न के चक्कर में जमा राशि लगाते हैं। इस अनाधिकृत ट्रेडिंग पर कुछ वर्ष पूर्व पुलिस ने कार्रवाई भी की थी, लेकिन इसके बाद कोई सख्त कार्रवाई नहीं होने से अनाधिकृत ट्रेडिंग आज भी जारी है। अब डब्बा ट्रेडिंग के एजेंट नई तकनीक अपनाते हैं। खुद की ऑनलाइन लाइन देकर व मोबाइल एप्प के जरिए ये व्यापार संचालित कर रहे हैं। बताया जाता हैं कि इनका पूरा लेन-देन एजेंट के जरिए जालोर जिले के भीनमाल से होता है।