जैसलमेर। जैसलमेर शहर की लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी के निवासी मूलभूत समस्याओं को लेकर पिछले 4 दिन से कलेक्टर ऑफिस के आगे धरना दे रहे हैं। गुरुवार को सभी ने धरना स्थल पर दीपक जलाकर प्रशासन को उनकी समस्या पर ध्यान देने के लिए विरोध किया। कॉलोनी वासियों का कहना है कि प्रशासन को उनकी समस्या नजर नहीं आ रही है, इसलिए दीपक जलाकर उनको रोशनी दिखाई जा रही है ताकि वे हमारी समस्याओं को लेकर अपनी आंखें खोले।
गौरतलब है कि शहर की 15 साल पुरानी लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी में आज भी पानी और सीवरेज की समस्या है जबकि कॉलोनी में 1 हजार बने मकानों में 4 हजार से भी ज्यादा लोग रहते हैं। बार बार ज्ञापन देने के बाद भी कार्रवाई नहीं होती देख कॉलोनी के लोगों ने कलेक्टर ऑफिस के बाहर धरना लगाया है। पिछले 4 दिन से धरने पर बैठे लोगों ने बुधवार को सुंदर कांड का पाठ भी किया। गुरुवार को दीपक जलाकर प्रशासन को जगाने का प्रयास किया गया। लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी विकास समिति के अध्यक्ष महेश वासु ने बताया कि जैसलमेर शहर की सबसे बड़ी कॉलोनी लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी जो कि आज से 15 साल पहले नगर परिषद द्वारा आवंटित की गई थी। पिछले 10-12 सालों से लोगों द्वारा मकान बना कर इस कॉलोनी में रहना शुरू किया, लेकिन पूरे अभावों के साथ। वासू ने बताया कि आज इस कॉलोनी में लगभग 1 हजार घरों के साथ 4 हजार की आबादी निवास कर रही है, लेकिन अभी तक न तो पानी की लाइन बिछी है और न ही सीवरेज लाइन।
कॉलोनी वासियों द्वारा पानी टैंकरों से डलवाया जा रहा है जिसका हर महीने 2 हजार रुपए से ज्यादा खर्च करना पड़ता है। ये पानी भी खारा होने के कारण पीने के लिए पानी पर अलग से खर्च करना पड़ रहा है। इन कामों के लिए जिम्मेदार नगर परिषद को कई बार निवेदन करने के बावजूद स्थिति ज्यों की त्यों है। वासू ने बताया कि सामूहिक रूप से नगर परिषद और प्रशासन का ध्यान इन समस्याओं की ओर दिलाने के लिए सांवल कॉलोनी विकास समिति के माध्यम से स्थानीय नगर परिषद के पार्षदों से लेकर जयपुर स्थित अधिकारियों तक निवेदन करने के बावजूद कॉलोनी निवासियों को मौखिक आश्वासन के अलावा अभी तक कुछ भी नहीं मिला है।