बूंदी। बूंदी ऑपरेशन शिंकजा के तहत अपराधियों की धरपकड़ में बूंदी पुलिस मालदार हो गई है। सुनने में भले ही अजीब लग रहा हो, लेकिन सच है। यहां पुलिस से मालदार शब्द यानी कोई अवैध वसूली या धमका कर लोगों से वसूली करना नहीं हैं,बल्कि काफी लंबे समय (30-40 साल) से फरार चल रहे अपराधियों को राज्य के अलावा अन्य प्रदेश में जाकर पकड़ने में मिलने वाली ईनामी राशि से है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए बूंदी पुलिस द्वारा ऑपरेशन शिंकजा अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत वांछित अपराधी जो जघन्य अपराधों में काफी लंबे समय से फरार चल रहे हो आरोपी को पकड़ा है, जिसके चलते बीते डेढ़ माह में बूंदी पुलिस ने स्थाई वारंटी, भगोड़े और उद्घोषित ऐसे 310 अपराधियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
इसमें 50 ईनामी आरोपी भी शामिल है, जिसको जिले की अलग-अलग थाना पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस अधीक्षक थाना प्रभारियों और जवानों को 5 लाख रुपए तक की ईनामी राशि बांट चुके है। यहीं नहीं कोटा पुलिस के कुख्यात हार्डकोर्ड अपराधी जो कोटा शहर में फायरिंग करके फरार हुए थे, उनकों भी बूंदी की कोतवाली पुलिस ने पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। इन पर कोटा पुलिस द्वारा 25-25 हजार रुपए का ईनाम घोषित कर रखा था। पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि अब तक 81 ईनामी अपराधी चिहिन्त किए गए है, उनमें बीते डेढ़ माह में बूंदी पुलिस ने 50 ईनामी आरोपी को पकड़े गउ है। ऑपरेशन शिंकजा के तहत जवानों को पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों ने हौंसला बढ़ाया। इसका नतीजा यह रहा की प्रदेश के अलावा कर्नाटक, हैदाराबाद, दिली, यूपी व एमपी में लंबे समय से फरारी काट रहे आरोपी को बूंदी पुलिस के जवानों ने पकड़ा है।