पिछले कुछ दिनों में भारत के विभिन्न शहरों में बारिश के चलते मुश्किलें बढ़ी हैं। इसके चलते, जलभराव, बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाएं हुई हैं। हाल-फिलहाल भी इन घटनाओं में कमी होती नजर नहीं आ रही है। ताजा घटना में हिमाचल प्रदेश में किन्नौर जिले के करीब वांगतू में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या पांच को लैंडस्लाइड के चलते बंद कर दिया गया है। वहीं, मध्य प्रदेश के उज्जैन में तेज बारिश के बीच श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। आइए जानते हैं देश के विभिन्न राज्यों में बारिश के चलते क्या हाल है और कहां पर क्या परेशानी हो रही है।
मुंबई का भी बारिश से बुरा हाल है। शनिवार सुबह यहां पर जोरदार बारिश हुई है, जिसके चलते कुर्ला, चेंबूर, और अंधेरी में पानी भर गया है। चेंबूर की पोस्टल कॉलोनी में कई घरों में भारी बारिश के चलते पानी भरा हुआ है। अंधेरी में तेज बरसात के चलते सबवे में पानी भर गया और इसे कुछ वक्त के लिए बंद करना पड़ा। महाराष्ट्र के यवतमाल में पानी भर गया। इसके चलते घरों और सड़कों पर हर तरफ पानी-पानी हो गया।भारी बारिश के चलते उत्तराखंड के उत्तराकाशी में बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। गलियों में पानी भर गया और लगातार बारिश के चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया है। शुक्रवार की रात भी उत्तरकाशी में विभिन्न जगहों पर बादल फटने की घटनाएं देखने में आई हैं। इसके अलावा विभिन्न इलाकों में भारी बारिश के चलते गाड़ियों के बह जाने की घटनाएं भी देखने में आई हैं।
भारतीय मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा शनिवार को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश भी चेतावनी दी गई है। प्रदेश में 23 से 25 जुलाई के बीच कुछ जगहों पर भारी बारिश के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया गया है। इसके अलावा, चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर में भी बारिश की चेतावनी है। इसके अलावा ऊना, हमीरपुर, लाहौल और स्पीति व किन्नौर जिले में शनिवार को भारी बारिश का अलर्ट है। बता दें कि 24 जून से अब तक हिमाचल में बारिश संबंध घटनाओं में 138 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा प्रदेश को 4,986 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है।लद्दाख के लेह कस्बे में फ्लैश फ्लड के चलते सड़कें खराब हो गई हैं। वहीं, इलाके में पानी भी भर गया है। यह फ्लैश फ्लड लेह के करीब हुए क्लाउड बर्स्ट के चलते हुआ है। इसके चलते चोखांग विहारा मंदिर में वॉटरलॉगिंग हुई है। गौरतलब है कि यह लेह मेन बाजार में बौद्धों का मेन गोंपा है।