नई दिल्ली | कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और पुस्तकालय का नाम बदलकर प्रधानमंत्री म्यूजियम और पुस्तकालय करने पर उठे बवाल पर प्रतिक्रिया दी है। राहुल ने न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में इस मुद्दे पर बोलते हुए कहा, "नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं।"
अपने लद्दाख दौरे पर राहुल गांधी ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और पुस्तकालय का नाम बदले जाने पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। आपको बता दें कि 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम बदलकर पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (PMML) कर दिया गया है। जिसके बाद सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने पहले भी कहा था कि सरकार नेहरू के नामों-निसान मिटाना चाहती है। तो वहीं, पीएमएमएल कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष ए सूर्य प्रकाश ने इसका विरोध करते हुए अपनी सफाई भी दी है।
स्वतंत्रता दिवस पर बदला गया था नाम
आपको बता दें कि नेहरू मेमोरियल म्यूजियमएंड लाइब्रेरी(NMML) अब पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी(PMML)के नाम से जाना जाएगा। केंद्र सरकार ने स्वतंत्रता दिवस पर नाम बदलने को औपचारिक कार्यक्रम किया है। मोदी सरकार के इस फैसले से कांग्रेस पार्टी नाखुश है। कांग्रेस नेता इसे जवाहरलाल नेहरू की विरासत मिटाने का प्रयास बता रही है। तो वहीं, सरकार ने इस फैसले का बचाव करते हुए अपनी सफाई भी दी है।
मोदी के पास भय, कठिनाई और असुरक्षा का एक बड़ा बंडल है- जयराम
कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने कहा है, कि मोदी के पास भय, कठिनाई और असुरक्षा का एक बड़ा बंडल है। खासतौर पर जब बात भारत के पहले और सबसे लंबे समय तक देश की सेवा करने वाले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू की होती है।तो वे चीजें साफ-साफ नजर आ जाती हैं। जयराम ने आरोप लगाया है, कि बीजेपी कीएकमात्र एजेंडा नेहरू और उनके विरासत को नुकसान पहुंचाना है।