मिसाइल-मैन डॉ. कलाम की जयंती आज

Update: 2022-10-15 02:12 GMT

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व राष्ट्रपति, महान वैज्ञानिक भारत रत्न डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें नमन किया है। श्री बघेल ने डॉ.कलाम को याद करते हुए कहा कि डॉ. कलाम ने भारत को अनेक वैज्ञानिक उपलब्धियां दी। उनका पूरा जीवन राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित रहा। मिसाइल-मैन के नाम से जाने जाने वाले डॉ. कलाम के नेतृत्व ने भारत का नाम अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के क्षेत्र में बुलंदियों पर पहुंचा दिया। बघेल ने कहा है कि डॉ. कलाम ने युवाओं को हमेशा सपनों को अपना दृढ़ संकल्प बनाने के लिए प्रेरित किया। डॉ. कलाम का देश प्रेम और विचार मूल्य हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।

 हर साल 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस (World Student's Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिन भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें याद करने के लिए मनाया जाता है. इंडिया के मिसाइलमैन डॉ एपीजे अदबुल कलाम देश के 11वें राष्ट्रपति, एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक और शिक्षक थे. एक टीचर के नाते वे हमेशा स्टूडेंट्स जुड़े रहे, उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते थे. इस बंधन को मनाने के लिए हम हर साल 15 अक्टूबर को वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे मनाते हैं. इसकी शुरुआत 2010 से हुई थी जब संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNO) ने शिक्षा और छात्रों के प्रति उनके लगाव व प्रयासों को देखते हुए वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे घोषित किया था.

अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम के गरीब परिवार में हुआ था. उनके पिता मछुवारों को किराए पर नाव देते थे. खुद कलाम ने बचपन में बहुत संघर्ष किया है. 1939 द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इमली के बीज बेचने से लेकर रामेश्वरम रेलवे स्टेशन पर अखबार का काम किया. उस समय उनकी उम्र महज 8 वर्ष थी. वे बचपन से पढ़ाई में अच्छे थे, इसलिए पिता ने भी बाहर जाकर पढ़ने की इजाजत दे दी थी. पिता चाहते थे वे बड़े होकर कलेक्टर बने.

कलाम साहब ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में एक साइंटिस्ट और एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में काम किया था. कलाम ने भारत के 11वें राष्ट्रपति बनने से पहले भारत के सिविलियन स्पेस और मिलिट्री मिसाइल प्रोग्राम को विकसित करने में भी अमूल्य योगदान दिया. देश में बैलिस्टिक मिसाइल और टेक्नोलॉजी को इंडीपेंडेंट बनाने के बाद अब्दुल कलाम को मिसाइलमैन कहा गया.

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