देहरादून। राजधानी देहरादून की सड़कों को चमकाने का जिम्मा अब सफाईकर्मियों पर नहीं, बल्कि मशीनों पर होगा। मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन वो सब काम करेगी, जो अभी तक सफाईकर्मी किया करते थे। ये मशीनें शहरभर में झाड़ू लगाएंगी और मुख्य मार्गों पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने में मदद करेंगी। नगर निगम ने कंपनियों से मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन से सड़कों की सफाई के लिए आवेदन मांगे हैं। सफाई का काम पीपीपी मोड पर होगा। इसके लिए नगर निगम ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत प्रस्ताव तैयार किया है। जल्द ही मुख्य मार्गों पर मशीनों को तैनात कर दिया जाएगा। आपको मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन के खूबियां भी बताते हैं। ये मशीनें सड़क में फैले हर प्रकार के कचरे को उठाने में सक्षम हैं। मशीन के माध्यम से सड़क की सफाई के दौरान पानी का छिड़काव भी होगा, जिससे धूल नहीं उड़ेगी। सूक्ष्म कणों से लेकर पांच से आठ किलो तक के वजनी कूड़े को ये मशीन आसानी से उठा सकती है।
इतना ही नहीं मैकेनाइज्ड रोड स्वीपिंग मशीन एक घंटे में छह से आठ किलोमीटर तक सड़क की सफाई कर सकती है। मशीन के जरिए राजपुर रोड (घंटाघर से दिलाराम चौक), ईसी रोड (बहल चौक से आराघर चौक), हरिद्वार रोड (रिस्पना पुल से कुआंवाला), चकराता रोड (घंटाघर से बल्लूपुर), सहारनपुर रोड (घंटाघर से आईएसबीटी) और जीएमएस रोड (बल्लूपुर फ्लाईओवर से निरंजनपुर) तक सफाई की जाएगी। बता दें कि दून शहर में 100 वार्ड करीब 200 वर्ग किलोमीटर के बड़े क्षेत्र मे फैले हैं। यहां मोहल्लों की सफाई का जिम्मा सफाईकर्मियों पर है, लेकिन मुख्य मार्गों की स्वच्छता बनाए रखने में निगम नाकाम रहा है। यही वजह है कि अब निगम ने मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन से मुख्य मार्गों की सफाई करवाने की तैयारी कर ली है। मुख्य मार्गों की सफाई व्यवस्था सुधरने के बाद निगम अन्य मार्गों पर भी इन मशीनों से सफाई की व्यवस्था करेगा।