रांची(आईएएनएस)। धर्म और पहचान छिपाकर बोकारो की युवती से शादी करने और फिर दोस्तों के साथ मिलकर उससे गैंगरेप के आरोपी आरजू मल्लिक को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। मल्लिक बोकारो के आजादनगर का रहने वाला है। उस पर बंगाल के पुरुलिया के एक भाजपा नेता की भी हत्या का आरोप है। बंगाल पुलिस ने उसे बिहार के जमुई में पकड़ा है। बोकारो की लड़की ने लव जिहाद का आरोप लगाते हुए मल्लिक के खिलाफ वर्ष 2021 में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद से ही वह फरार था। युवती ने 2021 में बताया था कि शादी के बाद आरजू के दोस्तों ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया था।
पुलिस इस मामले में आरजू को झारखंड के अलावा बिहार समेत अन्य जगहों पर तलाश रही थी। जब वह गिरफ्तार नहीं हो सका तो उसके घर पर पुलिस ने इश्तेहार चिपकाया। इश्तेहार चिपकाने के बाद भी जब वह पुलिस के समक्ष नहीं आया तो पुलिस की एक टीम बुलडोजर के साथ उसके घर पर पहुंची। उसने यह घर बोकारो स्टील सिटी की जमीन पर अवैध रूप से बना रखा था। यूपी पुलिस की तर्ज पर 2022 के सितंबर में पुलिस ने बुलडोजर से घर को गिरा दिया था। इस बड़ी कार्रवाई के बाद भी आरजू न तो गिरफ्तार हुआ और न ही सरेंडर किया। आरजू रेलवे में आद्रा मंडल के ठेका पर लगातार नजर बनाए हुए था। वह ठेका मैनेज करने का काम कर रहा था। आरोप है कि इसी बीच उसने बीते दो जून को पुरुलिया में भाजपा नेता धनंजय चौबे की हत्या करवा दी। हत्या तब हुई, जब धनंजय आद्रा में पार्टी कार्यालय के अंदर बैठे थे।