Himachal में मानसून से 1265 करोड़ रुपए का नुकसान

Update: 2024-08-31 10:26 GMT
Shimla. शिमला। हिमाचल विधानसभा में मानसून पर मंथन जारी है और इस बीच लगातार बारिश के चलते प्रदेश में नुकसान का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। मानसून के दौरान प्रदेश में अब तक 1265 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। प्रदेश में मानसून का दखल 27 जून को हुआ था और तब से अब तक राज्य सरकार के पास नुकसान की यह रिपोर्ट फील्ड से पहुंची है। इस अवधि में अलग-अलग हादसों की वजह से 270 लोगों की मौत अभी तक हो चुकी है। इन हादसों में 418 लोग घायल भी हुए हैं। राज्य सरकार ने हादसों की वजह से मरने वालों के परिजनों को 10 करोड़ 80 लाख रुपए की राहत राशि प्रदान की है। अब तक पीडब्ल्यूडी को 588 करोड़, जल शक्ति विभाग को 499 करोड़ और बागबानी को 139 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। अब तक राज्य सरकार के पास पहुंची रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश में 23 लोगों की मौत बादल फटने की घटना से हुई है। इनमें सबसे ज्यादा 14 शिमला जबकि
नौ मंडी में मरे हैं।


जबकि आठ लोगों की मौत फ्लैश फ्लड की वजह से हुई। इनमें ऊना में तीन, कुल्लू में दो, लाहुल-स्पीति, सिरमौर और सोलन में एक-एक की जान गई। भूस्खलन की वजह से छह लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इनमें पांच चंबा और एक सोलन में हादसे का शिकार हुए हैं। बादल फटने की घटना के बाद से 30 अभी भी लापता हैं। बादल फटने की घटना के करीब एक महीने बाद सुन्नी में एक शव बरामद हुआ है। शव की पहचान नहीं हो पाई है। हालांकि इसे 14-15 साल की लडक़ी का शव बताया जा रहा है। डीएनए की मदद से शव की पहचान की जाएगी। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि 36 लोगों को ढूंढने के लिए सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है। इनमें से अभी तक 21 शव बरामद किए जा चुके हैं। प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर 40 सडक़ें ठप हैं। इनमें से 12 मंडी और नौ कुल्लू में हैं। जबकि कांगड़ा में दस, शिमला में पांच और ऊना, सिरमौर और लाहुल-स्पीति में एक-एक सडक़ बाधित है। इसके अलावा सात ट्रांसफार्मर और 19 पेयजल येाजनाएं अभी तक बहाल नहीं हो पाई हैं। तीनों विभागों ने कर्मचारियों को तैनात कर दिया है और मौसम साफ रहने की स्थिति में आगामी 24 घंटे के दौरान हालत सामान्य होने की बात कही है। उधर, मौसम में भी हल्की बारिश का अनुमान जताया गया है।
Tags:    

Similar News

-->